Rajasthan new CM: देश के पांच राज्यों में हुए चुनावों में से 3 राज्यों में बीजेपी का डंका बजा. ये तीन राज्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान हैं जो मुख्यतः हिंदी भाषी हैं. बीजेपी ने चुनाव जीत लिया लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल सीएम पद का है! जनता को बेसब्री से इसका इंतजार है कि बीजेपी आलाकमान किन नाम को बतौर सीएम सेलेक्ट करने वाली है?


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कौन-किससे मिला?


इन तीनों राज्यों में सबसे ज्यादा चार्चा में राजस्थान है जहां सीएम फेस का अंदाजा लगाना बड़े-बड़े राजनीति वैज्ञानिकों को भी मुश्किल हो रहा है. 3 दिसंबर को राजस्थान चुनाव के नतीजे आ गए. लेकिन 7 दिसंबर की शाम तक भी सीएम नाम का ऐलान नहीं हो सका है. बीजेपी के पास बहुमत से अधिक सीट होने के बाद भी राजस्थान की राजनीति में हलचल बरकरार है. 7 दिसंबर की शाम इस मामले में बेहद खास रही है. जहां एक ओर राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे दिल्ली के लिए रवाना हुईं और. वहीं दूसरी ओर तिजारा के विधायक महंत बालकनाथ ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.


जानिए दोनों की स्थिति


वसुंधरा राजे और महंत बालकनाथ दोनों को सीएम पद की रेस का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. जहां बालक महंत नाथ अलवर जिले के रहने वाले हैं और यादव समाज से ताल्लुक रखते हैं. वहीं वसुंधरा राजे राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और यहां की राजनीति की नब्ज से अच्छे से वाकिफ हैं. विधायकों का एक बड़ा गुट वसुंधरा राजे के समर्थन में है, वहीं महंत बालकनाथ पिछड़ी जातियों में अच्छी पकड़ रखते हैं और योगी आदित्यनाथ के करीबी बताए जाते हैं. इससे पहले बालक महंत बालकनाथ सांसद रह चुके हैं.


क्या कहते हैं जानकार? 


राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान अपने फैसले को लेने से पहले 2024 के लोकसभा चुनाव के बारे में जरूर सोचेगी. यकीनन पार्टी किसी भी नेता की नाराजगी दूर करने का प्रयास करेगी. इसके साथ ही बीजेपी को सीएम पद को लेकर फैसला जल्द करना पड़ेगा. बालकनाथ की अमित शाह से मुलाकात और वसुंधरा राजे की जेपी नड्डा से मीटिंग के बाद क्या फैसला होगा? इसका लोगों को बेसब्री से इंतजार है.