16 करोड़ रुपये में नेकलेस बेचकर चर्चा में आए थे नीरव मोदी, जानें कैसे किया फ्रॉड
फोर्ब्स की भारतीय धनकुबेरों की 2017 की सूची में नीरव मोदी 84वें नंबर पर मौजूद हैं.
नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक को 11,400 करोड़ रुपये की चपत लगाकर देश छोड़ने वाले ज्वेलरी कारोबारी नीरव मोदी से जुड़ी कई राज सामने आ रहे हैं. पीएनबी ने बुधवार को कहा था कि उसने 1.77 अरब डॉलर या 11,400 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ा है. नीरव मोदी ज्वेलरी का कारोबारी है. 48 वर्षीय नीरव की दो कंपनियां हैं. पहला हीरो का कारोबार करने वाली कंपनी फायरस्टार डायमंड और दूसरा ब्रांड नीरव मोदी. फोर्ब्स की भारतीय धनकुबेरों की 2017 की सूची में नीरव मोदी 84वें नंबर पर मौजूद हैं. उनकी कुल संपत्ति 11237 करोड़ की संपत्ति बताई गई है.
नीरव मोदी मूल रूप से गुजरात का है. उनके पिता हीरा कारोबार से जुड़े थे. नीरव मोदी ने अपने पिता के कारोबार को आगे बढ़ाने का फैसला किया. नीरव तब खासे चर्चा में आए थे जब उन्होंने क्रिस्टी ज्वैलरी नीलामी 2010 में नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टार डायमंड का गोलकुंडा नेकलेस 16.29 करोड़ रुपये में बिका.
लंदन, न्यूयॉर्क, लास वेगास, हवाई, सिंगापुर, बीजिंग जैसे 16 शहरों में उनके स्टोर हैं. दिल्ली और मुंबई में उनके स्टोर हैं. नीरव मोदी ने 2010 में अपने नाम से डायमंड कंपनी बनाई थी. मोदी के पिता हीरा कारोबारी थे जो भारत से एंटवर्प चले गए. हालांकि मोदी वापस मुंबई आ गए. मुंबई में उन्होंने अपने चाचा मेहुल चौकसी से व्यापार करना सीखा. पीएनबी फ्रॉड में मेहुल चौकसी का भी नाम शामिल है.
नीरव मोदी ने 11400 करोड़ का लगाया चूना, ED ने जब्त की 5100 करोड़ की ज्वैलरी
ऐसे की धोखाधड़ी
पीएनबी के अधिकारियों ने धोखाधड़ी कर अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी से जुड़े फर्मों को साख पत्र (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) दिया. इससे उन्होंने विदेशों में निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न बैंकों से रुपया भुनाया. यह सब 2011 से काम कर रहे उप-महाप्रबंधक के स्तर के अधिकारियों के साथ साठगांठ कर किया गया.
नीरव मोदी से जुड़े तीन फर्म, मे. डायमंड्स आर यूएस, मे. सोलर एक्सपोर्ट्स, मे. स्टेलर डायमंड्स ने बैंक को संपर्क कर बायर्स क्रेडिट की मांग की जिससे वे अपने विदेश के कारोबारियों को भुगतान कर सकें. शिकायत के मुताबिक नीरव मोदी, निश्चल मोदी, अमी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी इन फर्म में पार्टनर थे. इन फर्म को बैंक के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से बायर्स क्रेडिट प्रदान की गई, जबकि उनका कोई पुराना बेहतर क्रेडिट रिकॉर्ड नहीं था. इसके बाद हांगकांग की बैंक शाखाओं में धन का स्थानांतरण किया गया.
ईडी ने जब्त की 5100 करोड़ की संपत्ति
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 11,400 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले नीरव मोदी और कुछ अन्य के खिलाफ 280 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई, दिल्ली और गुजरात में छापेमारी में 5,100 करोड़ रुपये के हीरे, सोने के आभूषण जब्त किए. ईडी ने नीरव मोदी के 17 ठिकानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शिकायत पर की गई है. एजेंसी ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल और कारोबारी भागीदार मेहुल चौकसी के खिलाफ कल मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था.
PNB के एमडी- 'कर रहे हैं सर्जरी'
देश के दूसरे सबसे बड़े पंजबा नेशनल बैंक में 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले की खबर सामने आने के बाद बैं की तरफ से गुरुवार को पहली बार कोई प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने बैंक की तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा 'सभी जांच एजेंसिया इस पूरे मामले में हमारी मदद कर रही हैं.' उन्होंने कहा कि पीएनबी ने कई उतार चढ़ाव देखें हैं. बैंक गलत काम करने वालों के खिलाफ एक्शन ले रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश पर गलत काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बैंक ने इस पूरे मामले की जानकारी दी है और बैंक ने ही कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. यह पूरा मामला साल 2011 से शुरू हुआ था. उन्होंने कहा कि 2011 से चल रहे इस कैंसर की सर्जरी कर रहे हैं.
पीएनबी के एमडी ने कहा कि 31 जनवरी को हमने ही एफआईआर दर्ज कराई थी. 29 जनवरी को इस पूरे मामले की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा पीएनबी क्लीन बैंकिंग के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, इसीलिए हमने ही फर्जीवाड़े की खबर सबसे पहले दी. पीएनबी के एमडी के बयान के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नीरव के खिलाफ दस्तावेज दिए गए पर कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि नीरव देश छोड़कर भाग गया और सरकार ने कुछ नहीं किया.