Nitin Gadkari: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राजनीति में चल रहे जातिवाद, भाई-भतीजावाद पर शुक्रवार को तीखा हमला किया. उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा कस के लात.


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पुणे में गडकरी ने कहा, 'अपनी संस्कृति में कहा गया है वसुधैव कुटुंबकम. विश्व का कल्याण हो. हमारी संस्कृति में यह कहीं नहीं कहा गया है क‍ि पहले मेरा कल्याण हो, पहले मेरे बेटे का कल्याण हो, मेरे दोस्तों का कल्याण हो. लेक‍िन राजनीति में कुछ लोग बोलते हैं, पहले मेरे बेटे का कल्याण करो, उसे टिकट दो, मेरी पत्नी को टिकट दो. यह क्यों चलता है? क्‍योंक‍ि लोग उनको वोट देते हैं, जिस दिन लोगों ने ठान लिया कि यह ठीक नहीं है, उसी दिन ये लोग एक मिनट में सीधे हो जाएंगे. किसी का बेटा-बेटी होना पुण्य भी नहीं है, पाप भी नहीं है ,लेकिन उन्हें अपनी काबिलियत स‍िद्ध करनी चाहिए.'


'मैं किसी के गले में हार नहीं डालता'


उन्‍होंने कहा, मैं 45 सालों से राजनीति में हूं. मैं किसी के गले में हार नहीं डालता. पिछले 45 वर्षों में मेरे स्वागत के लिए कोई आता नहीं है, कोई छोड़ने नहीं जाता. मैं हरदम बोलता हूं कि कुत्ते भी नहीं आते, लेकिन अब कुत्ते आने लगे हैं, क्योंकि जेड प्लस सुरक्षा होने की वजह से मेरे से पहले कुत्ते आते हैं. पोस्टर भी नहीं लगता, बैनर भी नहीं लगता, लोगों को भी कहा है क‍ि वोट देना है, तो दीजिए, नहीं देना है, तो मत दीजिए. दोगे तो भी काम तुम्हारा करूंगा, नहीं दोगे तो भी तुम्हारा काम करूंगा. जातिवाद की बात करोगे, तो मेरे यहां नहीं आना. मैंने पब्लिकली कहा है कि जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा कस के लात, मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता क‍ि उसने मुझे वोट दिया है.


गडकरी ने ठेकेदारों को लगाई थी फटकार


इससे पहले गडकरी ने मंगलवार को सड़कों का खराब रखरखाव करने वाली एजेंसियों और ठेकेदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि खराब प्रदर्शन करने वाले ऑपरेटर को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. गाजियाबाद में गडकरी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) का निरीक्षण किया और खामियां मिलने पर उन्होंने जिम्मेदार लोगों को जमकर फटकार लगाई. गडकरी ने कटाक्ष के लहजे में कहा था, ''मैंने लंबे समय के बाद ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल किया है. बहुत काम हुआ है. अब मेरी इच्छा है कि मेरे हाथ से बहुत से लोग ‘रिटायर’ हों, जो काम नहीं कर रहे हैं. कुछ ठेकेदार काली सूची में हों, किसी की बैंक गारंटी जब्त हो.'