एक झटके में मौत के घाट उतार दी गईं 11,700 मुर्गियां, आखिर किस खौफ से हुआ ऐसा?
Bird Flu: स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक बिजय महापात्र ने बताया कि बर्ड फ्लू ओडिशा के लिए नई बात नहीं है, लेकिन विभाग स्थिति से निपटने के लिए पक्षकारों के साथ काम कर रहा है.
Odisha Bird Flu: ओडिशा सरकार ने बर्ड फ्लू के एच5एन1 वायरस के पाए जाने के बाद पुरी जिले के पिपिली में 11,700 मुर्गियों को मारा है. अधिकारी ने बताया कि पिपिली में एक स्थानीय मुर्गीपालन केंद्र में बड़े पैमाने पर मुर्गियों की सामूहिक मौत के बाद, शनिवार को मुर्गियों को मारने का काम शुरू हुआ और सोमवार शाम को पूरा हुआ. उन्होंने बताया कि घरों और आस-पास के गांवों में अतिरिक्त मुर्गियों को मारने का काम मंगलवार को किया जाएगा.
रोग नियंत्रण के अतिरिक्त निदेशक जगन्नाथ नंदा ने कहा कि 13 त्वरित कार्रवाई दल मुर्गियों को मारने का काम रहे हैं जबकि कुछ मुर्गी पालन केंद्रों के मालिक भी अपने स्तर पर मुर्गियों को मार रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में कहीं और मुर्गियों की असामान्य मौत की कोई खबर नहीं है. बर्ड फ्लू के मद्देनजर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है और अलर्ट जारी किया है. स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक बिजय महापात्र ने बताया कि बर्ड फ्लू ओडिशा के लिए नई बात नहीं है, लेकिन विभाग स्थिति से निपटने के लिए पक्षकारों के साथ काम कर रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं और पॉल्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों से स्वच्छता बनाए रखने और मास्क पहनने को कहा गया है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, H5N1 या बर्ड फ्लू एक तेजी से फैलना वाला वायरस है जो मनुष्यों, सूअरों और अन्य जानवरों को संक्रमित करता है. यह बेहद घातक है और इसे दुनिया में एक अहम महामारी का खतरा माना जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, H5N1 स्ट्रेन अत्यधिक रोगजनक है और यह सूअर, घोड़े, बड़ी बिल्लियों, कुत्तों और कभी-कभी मनुष्यों जैसे जानवरों में भी फैल सकता है. सरकारें हमेशा वायरस के प्रसार पर चिंता जताती रहती हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक, बर्ड फ्लू के लक्षण और संकेत इस प्रकार हैं:
बुखार
थकान और थकावट
खांसी
मांसपेशियों में दर्द
गले में खराश
दस्त
नाक बंद होना और बहना
सांस फूलना
गुलाबी आंख