Omar Abdullah Oath Ceremony: अब्दुल्ला सरकार में शपथ लेने वाली अकेली महिला कौन हैं? कश्मीर में दिखी विपक्षी एकजुटता
Omar Abdullah Oath Taking Ceremony: उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, अखिलेश यादव, संजय सिंह समेत INDIA ब्लॉक की पार्टियों के प्रमुख नेता मौजूद रहे.
Jammu & Kashmir CM Oath Ceremony: उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला, पांच मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी गठबंधन INDIA की एकजुटता साफ नजर आई. मंच पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की उप महासचिव कनिमोझी, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, आप नेता संजय सिंह, सीपीआई नेता डी राजा और अन्य नेता मौजूद रहे.
उमर कैबिनेट की इकलौती महिला मंत्री
उमर के साथ जिन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, उनमें सकीना इटू इकलौती महिला हैं. वह 90 सदस्यीय विधानसभा की तीन महिला सदस्यों में से एक हैं. पूर्व मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस की वरिष्ठ नेता सकीना ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के डीएच पोरा विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी. वह सामाजिक कल्याण, प्रशासनिक सुधार, शिक्षा और पर्यटन सहित विभिन्न विभागों के मंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं. जब उन्होंने 1996 में अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था, तब उनकी उम्र 26 वर्ष थी, जिससे वे जम्मू और कश्मीर विधानसभा की सबसे कम उम्र की सदस्य बन गई थीं.
श्रीनगर में विपक्षी एकता का प्रदर्शन
बुधवार को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान INDIA ब्लॉक के बड़े नेताओं का जमावड़ा रहा. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने समारोह में शिरकत की. इसके अलावा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की उप महासचिव कनिमोझी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती, आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह, सीपीआई नेता डी राजा और अन्य नेता मौजूद रहे.
J&K सरकार में कांग्रेस क्यों नहीं?
कांग्रेस इस सरकार को बाहर से समर्थन देगी. राज्य में लगभग 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने जीत हासिल की. 90 सीटों पर हुए चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस पार्टी ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (JKPCC) के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है.
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कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की है, इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भी कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है. लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है. कर्रा ने कहा कि हम नाखुश हैं इसलिए फिलहाल हम मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं, JKPCC प्रमुख ने कहा और कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ाई जारी रखेगी.