New CJI: जस्टिस धनंजय यशंवत चंद्रचूड़ देश के 50 वें मुख्य न्यायाधीश बन गए. शपथ ग्रहण के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे जस्टिस चंद्रचूड़ ने सबसे पहले कोर्ट परिसर में  मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने चैम्बर जाकर राष्ट्रध्वज को नमन किया.


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'आम लोगों की सेवा करना प्राथमिकता'


शपथ ग्रहण करने के बाद जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि कैसे लोगों को भरोसा दिलाएंगे कि न्यायपालिका उनके साथ है तो जस्टिस चंद्रचूड़ ने जवाब दिया कि अपने कार्य से लोगों को भरोसा दिलाऊंगा, सिर्फ शब्दों से नहीं.


चीफ जस्टिस के रूप में प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सामान्य नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता रहेगी. आगे आप देखते जाइए,हम भारत के सारे लोगो के लिए काम करेंगे- फिर चाहे तकनीकी में सुधार की बात हो,रजिस्ट्री में सुधार की बात हो या फिर न्यायिक सुधार हो. हम देश के हर नागरिक का ख्याल रखेंगे.


सफाई कर्मचारी के खिलाफ सरकार की अर्जी खारिज


कुछ ही देर बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अपने वायदे पर खरे उतरते नज़र आये, जब एक सफाई कर्मचारी के खिलाफ तमिलनाडु सरकार की अर्जी उन्होंने खारिज कर दी. दरअसल मद्रास हाई कोर्ट ने एक सरकारी स्कूल में पार्ट टाइम जॉब कर रहे सफाई कर्मचारी को स्थाई नियुक्ति में मिलने वाले लाभ देने का आदेश दिया था. 


इसके खिलाफ तमिलनाडु सरकार ने अर्जी दायर कर कहा था कि पार्ट टाइम जॉब कर रहे कर्मचारी को ये लाभ नहीं दिए जा सकते. जैसे ही मामला जस्टिस चन्द्रचूड़ की बेंच के सामने आया,  जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि एक आदमी ने 22 साल तक स्कूल में अपनी सेवा दी. 22 साल बाद जब वो घर लौट रहा तो वो बिना कोई पेंशन , ग्रेच्युटी के. ये हमारे समाज का सबसे निचला स्तर है.  हैरत है कि सरकार एक सफाई कर्मचारी के खिलाफ़ कोर्ट आ रही है. सरकार की ताकत सफाई कर्मचारी के खिलाफ इस्तेमाल हो रही है. हम याचिका को खारिज कर रहे है.


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