Unnao Constable: उन्नाव से एक ऐसी खबर आई है, जो ऑनलाइन गेमिंग वाली जेनेरेशन और उनके मां-बाप के लिए बहुत जरूरी है. ये खबर एक ऐसे पुलिसकर्मी की है, जिसके ऑनलाइन गेमिंग के शौक ने उसे आत्महत्या तक के लिए मजबूर कर दिया. उस पर कर्ज का ऐसा पहाड़ टूट पड़ा है कि वो अब अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहा है. जो लोग गेम खेलकर करोड़पति बनना चाहते हैं, अक्सर उनके साथ ही गेम हो जाता है.


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यूपी कॉन्स्टेबल खुदकुशी को तैयार


खुद को गेमर का टैग देने वाले एक ही झटके लाखों रुपये डुबा देते हैं. उन्नाव के एक कॉन्स्टेबल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. ये कॉन्टेबल भी खुद को गेमर समझता था. उधार ले लेकर इसने ऑनलाइन गेम में पैसा लगाया. आज आत्महत्या की बात कहकर पैसे मांग रहा है. इस कॉन्स्टेबल का नाम है सूर्य प्रकाश. 


'10-15 लाख रुपये हार गया हूं'


उस शख्स ने कहा, 'मैंने बैंक और इधर-उधर के लोगों से उधार लिया और ऑनलाइन गेमिंग में बहुत सारा पैसा हार गया. करीब 10-15 लाख रुपये हार गया हूं. मेरी मानसिक स्थिति बहुत ही खराब हो गई है. मुझे समझ नही आ रहा है सर क्या करूं? मैंने आत्महत्या के कई प्रयास किए हैं. मेरी आखिरी उम्मीद आप हैं. मैं आपसे निवेदन करता हूं कि अगर आप प्रत्येक कर्मचारी से 500-500 रुपये का सहयोग दिला देंगे, तो शायद मैं आत्महत्या न करूं,नहीं तो प्रार्थी आत्महत्या कर लेगा. महोदय से निवेदन है कि प्रत्येक कर्मचारी की सैलरी से 500-500 रुपये का योगदान दिला दें जिससे मैं अपना कर्जा भर सकूं और एक सामान्य जिंदगी जी सकूं. अन्यथा मैं आत्महत्या करने के लिए विवश हो जाऊंगा. जय हिंद.'


अधिकारी कर रहे जांच 


इस कॉन्स्टेबल ने अपना वीडियो बनाकर, उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई थी. उसका सोचा था कि 500-500 रुपये की मदद लेकर, उधार चुका सकता है. अधिकारी अब इस मामले की जांच कर रहे हैं.


ऑनलाइन गेमिंग में लाखों डुबाने वाले कॉन्स्टेबल को अब समझाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन आप सोचिए कि अगर पुलिस विभाग से जुड़े लोग गेमिंग के जाल में फंसे हैं, तो आम लोगों का हाल क्या होगा आपको जानकर हैरानी होगी कि वर्ष 2025 तक भारत में 50 करोड़ ऑनलाइन गेमर्स होंगे.


यही नहीं वर्ष 2022 ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर साढ़े 13 हजार करोड़ रुपये का था. लेकिन 2025 तक ये सेक्टर 23 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का होगा.


ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ रहा बाजार


वर्ष 2023 से 2025 के बीच ऑनलाइन गेमिंग का बाजार 38 प्रतिशत के हिसाब से बढ़ सकता है.


ऑनलाइन गेमिंग को लेकर लोगों में क्रेज लगातार बढ़ा है. इस दौरान अपनी मेहनत की कमाई, गेम की वर्चुअल चीजों पर खर्च की जा रही है. यही नहीं ऑनलाइन गेमिंग के सट्टे में लोगों लाखों रुपये उड़ा रहे हैं. ये एक बुरी लत की तरह है, जिसकी चेतावनी भी काम नहीं रही.


अगर देखा जाए तो ऑनलाइन गेमिंग में सबसे ज्यादा 'रमी और पोकर' खेला जाता है. इन Games का बाजार 5,600 करोड़ रुपये का है. इसके अलावा Fantasy Sports का बाजार 4,200 करोड़ रुपये का है. यानी सवाल गेम खेलने से ज्यादा, लोगों की समझदार बनाकर उनके साथ बड़ा गेम होने से बचाने का है.