Petrol and Diesel Price: विपक्ष ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा के बाद भी सरकार पर निशाना साधा है. शनिवार को रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने पर कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे 'आंकड़ों की बाजीगरी' बताया है. कांग्रेस ने कहा कि सरकार को 'आंकड़ों की बाजीगरी' करने की बजाय पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय के स्तर पर लाना चाहिए.


सुरजेवाला ने किया यह दावा 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा किया कि सरकार ने पिछले 60 दिनों में पेट्रोल -डीजल पर उत्पाद शुल्क में 10-10 रुपये की बढ़ोतरी की और अब आठ एवं सात रुपये की कटौती की गयी है.


लंबे ट्वीट में साधा निशाना 


केंद्रीय वित्त मंत्री की इस घोषणा के बाद सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'वित्त मंत्री जी , आज पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर है. आप कहती हैं कि कीमत 9.50 रुपये कम हो जाएगी. 21 मार्च, 2022 को पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर थी. पिछले 60 दिनों में आपने पेट्रोल की कीमत 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई और 9.50 रुपये प्रति लीटर की कमी की. आप (वित्त मंत्री) लोगों को बेवकूफ मत बनाइये.' इसे लेकर सुरजेवाला ने 7 ट्वीट करके अपनी बात रखी. 



बताया आंकड़ों की बाजीगरी 


कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'आज डीजल का दाम 96.67 रुपये प्रति लीटर है, आप कहती हैं कि आपने 7 रुपये प्रति लीटर की कमी कर दी. 21 मार्च, 2022 को डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर था. आपने 60 दिनों में डीजल की कीमत 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी और फिर सात रुपये कम किया.' उनके अनुसार, 'मई, 2014 में डीजल पर उत्पाद शुल्क 3.56 रुपये प्रति लीटर था, 21 मई, 2022 को उत्पाद शुल्क 21.80 रुपये प्रति लीटर है. आपने (वित्त मंत्री)पिछले आठ वर्षों में डीजल पर उत्पाद शुल्क में 18.24 रुपये की बढ़ोतरी की.' सुरजेवाला ने कहा, 'देश को आंकड़ों की बाजीगरी की जरूरत नहीं है. देश को जुमले नहीं चाहिए. देश को जरूरत इस बात की है कि पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क घटाकर मई, 2014 के स्तर पर लाया जाए यानी 9.48 रुपये प्रति लीटर किया जाए. इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क को घटाकर 3.56 रुपये प्रति लीटर किया जाए. छलावा बंद करिये और लोगों को राहत देने का साहस दिखाइए.'


अशोक गहलोत ने कही ये बात 


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में की गई कटौती को केवल औपचारिकता करार देते हुए शनिवार को कहा कि उसने यह कटौती कांग्रेस के अभियान के दबाव में की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा देशभर में लगातार महंगाई के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन का यह असर है. उन्होंने कहा कि 'नव संकल्प शिविर, उदयपुर' में कांग्रेस द्वारा तय किए गए महंगाई के विरुद्ध जनजागरण अभियान के दबाव में आज केन्द्र को शुल्क कम करने का फैसला करना पड़ा.


इसे भी पढ़ें: Oldest Human Skull: नदी में तैरती मिली 8000 साल पुरानी इंसानी खोपड़ी, मौत का भी खुला राज


70 रुपये प्रति लीटर से कम पेट्रोल


उन्होंने ट्वीट किया कि केवल पिछले दो महीनों में पेट्रोल-डीजल के दाम लगभग 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े थे. उन्होंने कहा कि ऐसे में आज की कटौती महज एक औपचारिकता नजर आती है. गहलोत के अनुसार यदि केंद्र सरकार सही मायने में आमजन को राहत देना चाहती है, तो उत्पाद शुल्क को घटाकर संप्रग सरकार के स्तर पर ले जाना चाहिए जिससे डीजल और पेट्रोल की कीमतें करीब 70 रुपये प्रति लीटर से भी कम हो जाएंगी.



इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल 


आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि पेट्रोल पर उत्पाद शुलक में 8 रुपये की कटौती की जाएगी और डीजल पर 7 रुपये उत्पाद शुल्क घटाया जाएगा. सरकार के इस फैसले के बाद अब पेट्रोल 9.5 रुपये सस्ता हो जाएगा. वहीं डीजल भी 7 रुपये सस्ता हो जाएगा.


LIVE TV