पाकिस्तान ने फिर घोंपा पीठ में छुरा, कल मांगी माफी आज सीमा पर मोर्टार से दागे गोले
सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी जवानों ने जम्मू के अरनिया सेक्टर में सुबह करीब सात बजे से मोर्टार से गोले दागने शुरू किए
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजरों ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए कई स्थानों पर सीमा चौकियों पर मोर्टार से गोले दागे. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी जवानों ने जम्मू के अरनिया सेक्टर में सुबह करीब सात बजे से मोर्टार से गोले दागने शुरू किए और ताजा रिपोर्ट मिलने तक गोलाबारी जारी थी. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी रेंजरों ने तीन सीमा चौकियों पर हमला किया, वहां तैनात जवान भी इसका मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल गोलाबारी में तत्काल किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है.’’
पाक रेंजर्स ने पहले की BSF से गोलीबारी रोकने की 'अपील'
पाकिस्तानी रेंजर्स ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक बार फिर बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी. इससे कुछ घंटे पहले ही उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से गोलीबारी रोकने की ‘अपील’ की थी. बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में सीमा के दूसरी ओर एक जवान की मौत हो गई, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने यह कार्रवाई रोकने की अपील की थी, लेकिन रामगढ़ सेक्टर के नयनपुरा में रात करीब साढ़े दस बजे पाकिस्तान की तरफ से छोटे हथियारों और फिर मोर्टार से बीएसएफ की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की गई.
पाक रेंजर्स ने बीएसएफ से फोन कर गोलीबारी रोकने को कहा
बल के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘(पाकिस्तानी) रेंजर्स ने जम्मू बीएसएफ फार्मेशन को आज (रविवार, 20 मई) फोन किया और गोलीबारी रोकने की अपील की.’’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के गोलीबारी और गोलाबारी की गई जिसके बाद उन्हें माकूल जवाब दिया गया. इस पर पाक रेंजर्स ने बीएसएफ से यह अपील की है. अधिकारी ने बताया कि पिछले तीन दिनों में पाकिस्तानी ठिकानों पर बीएसएफ के जवानों की जवाबी गोलीबारी में भारी नुकसान हुआ है. पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना किसी उकसावे के हुई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान मारे गये थे.
इस साल गोलीबारी, गोलाबारी की 700 से अधिक घटनाएं
जम्मू क्षेत्र में सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में कई आम नागरिकों की मौत हो गयी और कई घायल हो गये हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार (19 मई) को संपन्न जम्मू कश्मीर दौरे के मद्देनजर इन घटनाओं में तेजी आई है. वैसे भी जम्मू कश्मीर में इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और गोलाबारी की घटनाओं में वृद्धि हुई है. सीमा पार से गोलीबारी और गोलाबारी की हुई 700 से अधिक घटनाओं में 18 सुरक्षा कर्मियों सहित 38 लोग मारे गए तथा कई घायल हो गए.