Ashoka University Parabolic Drugs Fraud Case: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED) की टीम ने 1626 करोड़ के बैंक लोन फर्जीवाड़ा मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अशोका यूनिवर्सिटी के दो पूर्व संस्थापक सदस्य और एक चार्टेड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है. ईडी ने आज की अपनी कार्रवाई में आरोपियों विनीत गुप्ता और प्रणव गुप्ता के साथ चार्टेड अकाउंटेंट एसके बंसल को अपने शिकंजे में लेकर सीधे कोर्ट में पेश किया. जहां से अदालत ने तीनों आरोपियों को पांच दिन की रिमांड पर भेज गिया है. आपको बताते चलें कि इसी मामले में बीते शुक्रवार को 17 ठिकानों पर ईडी ने सर्च ऑपरेशन चलाया था.


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सर्च ऑपरेशन में कई खुलासे


ईडी ने इस मामले में दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, पंचकुला, अंबाला और सोनीपत में रेड की थी. इसी सिलसिले में ईडी ने अशोका यूनिवर्सिटी के दिल्ली के दफ्तर और सोनीपत स्थित यूनिवर्सिटी कैंपस में भी छापेमारी की थी. इस दौरान कई बड़े खुलासे हुए.


बैंक से लिया लोन यूनिवर्सिटी में डायवर्ट किया


एजेंसी की जांच में पता चला की प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता अशोका यूनिवर्सिटी के Co-Founders है. इन दोनों ने बैंक से लिये लोन में से ₹7 करोड़ यूनिवर्सिटी में डायवर्ट किया. यानी सीधा-सीधा बैंक फ्रॉड (BankFraud) किया. इसी सर्च ऑपरेशन में ये भी पता चला कि सितंबर 2013 में पैराबॉलिक ड्रग कंपनी को बैंक से मिले ₹1600 करोड़ लोन के पैसों में से कुछ अमाउंट JDRG Infrastructures Pvt Ltd को ट्रांसफर की गई थी. उसके बाद ये रकम विनीत गुप्ता को ट्रांसफर की गई. फिर वहां से ₹1 करोड़ अशोका यूनिवर्सिटी के खाते में ट्रांसफर किये गए. 


फंड ट्रांसफर का खेल


बैंक की रकम यानी रुपया इधर से उधर करने के इस खेल में अगस्त 2016 में Parabolic Drugs कंपनी के खाते से ₹50 लाख ग्रुप कंपनी में ही Jamboree Education Pvt Ltd को ट्रांसफर किये गये. उसके बाद Jamboree से ये अमाउंट विनीत गुप्ता के खाते में गया और फिर वहां से विनीत गुप्ता ने ये पैसे अशोका यूनिवर्सिटी के खाते में ट्रांसफर कर दिए.


दरअसल विनीत गुप्ता ने लोन के पैसों को अपना पैसा बता यूनिवर्सिटी में दिया. जबकि ये बैंक का पैसा Parabolic Drugs के लिये था. इस पैसे को अशोका यूनिवर्सिटी ने भी बिना किसी जांच के मंजूर किया था. इसलिये ED अब यूनिवर्सिटी के खातों की भी जांच कर रही है कि बाकी पैसे भी कहां से और कैसे आये हैं.


ED के राडार में 20 कंपनियां


हालांकि अभी तक की जांच में अशोका यूनिवर्सिटी को ₹7 करोड़ ट्रांसफ़र होने की बात सामने आयी है लेकिन इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने Parabolic से या इससे जुडी किसी कंपनी से कैश या किसी और तरीके से पैसे लिये है, इसकी जांच भी की जा रही है.


ED के राडार में 20 कंपनी हैं. जिसमें Reimagining Higher Education Foundation (Plaksha University), Jamboree Education Pvt Ltd, JDRG Infrastructure Pvt Ltd, Saj Infrastructure Pvt Ltd का नाम शामिल है. जांच के दायरे में आयी इन 20 कंपनियों में काफी सारी रियल एस्टेट और फ़ार्मा के काम में शामिल है. 


इसके अलावा एजेंसी अब यूनिवर्सिटी को मिलने वाली विदेशी फ़ंडिंग की भी जांच कर रही है जिसमें पता चल सके की क्या यूनिवर्सिटी को गुप्ता भाइयों की तरफ से विदेश से भी पैसे दिये गये है.