अविश्वास प्रस्ताव पर किस राजनीति दल ने क्या कहा, पूरे दिन की बहस को पढ़ें
टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला, बीजेपी सांसद राकेश सिंह के बाद राहुल गांधी, मुलायम सिंह यादव, राजनाथ सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दिया भाषण.
नई दिल्ली : मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में शुक्रवार को सुबह 11 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जय श्रीराम के नारे लगाए गए. स्पीकर सुमित्रा महाजन ने बहस बीच में रोकते हुए कहा 'जिस पर आप लोग आरोप लगाते हैं, उसे भी बोलने का अधिकार है'. उन्होंने लोकसभा सदस्यों से भाषा पर ध्यान देने और डेकोरम मेंटेन करने की अपील की. अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भाषण दिया. राहुल गांधी अपना भाषण खत्म करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गए और उनके गले लगकर हाथ मिलाया.
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने लोकसभा में दिल्ली के एलजी द्वारा चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री एलजी को मिलने के लिए वेट कर रहे थे लेकिन एलजी नहीं मिले. चार राज्यों के सीएम उनसे मिलने गए लेकिन एलजी नहीं मिले. उन्होंने कहा कि शायद वायसराय की आत्मा एलजी में घुस गई है. भगवंत मान ने कहा कि बीजेपी के लोग गोवा में भी ऐसे करते है. उन्होंने कहा कि आज डिबेट गलत बात पर चल रही है. कोई भी टीवी लगा लो हिंदू मुस्लिम हो रहा है. उन्होंने कहा कि असली मुद्दों पर बात नहीं हो रही है.
टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि आपका सीबीआई चीफ अपने डिप्टी चीफ से क्यों लड़ रहा है. आपका रेवेन्यू चीफ ईडी से क्यों लड़ रहा है. मतलब कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है. उन्होंने कहा कि दो साल हो गए कि नोटबंदी के बाद भी पता नहीं चला है कि कितनी रकम वापस आई. टीएमसी नेता ने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में लोकतंत्र के सभी संस्थानों को नुकसान पहुंचा है. मॉब लिंचिंग पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि देश में एक नशा चल रहा है कि सबको मारो, सबको पीटों, जब लिंचिंग होती है तो पुलिस खड़ी होती है सब देखती रहती है.
दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि मोदी सरकार के विकास कार्यों पर सवाल करने वालों को बस एक जवाब मिलता है, हिंदू मुसलमान, भारत-पाकिस्तान और श्मशान कब्रिस्तान.
त्रिवेदी ने मॉब लिंचिंग के शिकार लोगों का हवाला देते हुए एक शेर की लाइनें पढ़ीं, 'जिंदगी से बड़ी कोई सजा नहीं और क्या जुर्म है ये पता नहीं. इतने हिस्से में बंट गया हूं मैं कि मेरे हिस्से में कुछ बचा नहीं. लोग टूट जाते हैं एक छोटा सा घर बनाने में और तुम तरस नहीं करते हो बस्तियां जलाने में. जिसके कारण ये फसाद होते हैं उसका कोई अता पता भी नहीं होता है. ' दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि यदि 2019 में भी यही हाल रहा तो माफ कीजिएगा कि आपका भी कोई अता-पता नहीं रहेगा.
लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राजनाथ सिंह जी ने काम गिनाने की बजाए देश का इतिहास पढ़ाया. आपको यह कहना चाहिए कि आपने चार साल चार महीने में क्या किया? दो तीन वक्ता रामायण तक गए लेकिन शंभूक और एक्लव्य याद नहीं आए.
गांवों में बिजली पहुंचाने के दावे का दिया जवाब
मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ सिंह ने कहा कि इस देश में 18 हजार गावों में बिजली नहीं थी. ठीक है. लेकिन क्या राजनाथ सिंह ये कहना चाहते है कि 70 साल में बिजली पैदा नहीं हुई? इस देश में 6 लाख 23 हजार गांव है. छ लाख गांवों को किसने बिजली कनेक्शन दिया? आप केवल 18 हजार गावों को बिजली देते हो तो क्या छ लाख को बिजली देना काम नहीं है? राजनाथ जी को मैं बताना चाहता हूं कि आप जिस तरीके से चल रहे हो उस तरीके से हम चलते तो लोकतंत्र खत्म हो जाता.
खड़गे ने कहा कि राजनाथ सिंह जी इतिहास का पाठ मत पढ़ाईये. आपके उसूल बाबा साहब के सिद्धांतों के खिलाफ है. विपक्ष के समर्थन नहीं करने के सवाल का जवाब देते हुए खड़गे ने कहा कि लोकपाल एक्ट जब सरकार लेकर आई तो हमने एक संशोधन के लिए कहा लेकिन आप नहीं कर पाए. लोकपाल एक्ट में आप एक संशोधन नहीं ला सके. आपको क्या अधिकार है लोकतांत्रिक कहलाने का. खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार के राज में किसानों ने आत्महत्या की. किसानों की आत्महत्या पर खड़गे ने कहा कि एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना. मोदी सरकार की फसल बीमा योजना पर खड़गे ने कहा कि 2016-17 में रबी फसल के दौरान बीमा कंपनियों की जेब में ज्यादा पैसे गए किसानों की तुलना में.
मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि बीजेपी संविधान बदलने के लिए सत्ता में आई है. खड़गे ने कहा कि यदि ऐसा नहीं कहा किसी मंत्री ने तो मुझपर कार्रवाई कीजिए. बीजेपी सरकार पर वार करते हुए खड़गे ने कहा कि आपकी नीयत है संविधान बदलने की. आज जनता जानना चाहती है कि 80 लाख करोड़ का कालाधन विदेश से वापस कब आएगा? 15-15 लाख रुपये खातों में कब जमा होंगे. दलितों पर अत्याचार कब थमेगा. बैंक का पैसा लेकर भागने वालों को कब बंद किया जाएगा. एससी एसटी एक्ट कब मजबूत बनेगा.
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने लोकसभा में प्रमोशन में रिजर्वेशन पर अपनी बात रखी. पासवान ने महिला आरक्षण के मामले पर राहुल गांधी द्वारा समर्थन करने की बात पर कहा कि राहुल जी चाहे तो अपने समर्थित दलों से बात कर लें. मुलायम सिंह जी से बात कर लें और देवगौड़ा जी से बात कर लें. राहुल जी कहते हैं लेकिन उनके समर्थित दलों में एकमत नहीं है. क्या मुलायम सिंह जी महिला आरक्षण के समर्थन में है? मुलायम सिंह यादव के चलते प्रमोशन में रिजर्वेशन लागू नहीं हो सका. नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने बाबा साहब अंबेडकर के स्मारक को लेकर कई बड़े कदम उठाए. मोदी सरकार ने मुंबई में इंदू मिल की जमीन खरीदी, 26 अलीपुर रोड में बाबा साहब का स्मारक बनवाया. लंदन में वो घर जिसमें बाबा साहब रहे थे वह खरीदा जा रहा है.
रामविलास पासवान ने कहा कि विपक्ष मोदी सरकार का कोई काम बतलाए जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ रहा है. राहुल जी काम करिए, मेहनत करिए, लेकिन चिंतन भी करिए. 2019 में प्रधानमंत्री का कोई वेकेंसी नहीं है.
सुमित्रा महाजन ने कहा, क्या नाटकबाजी हो रही है
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने राहुल गांधी के पीएम मोदी को गले लगाने और उसके बाद आंख चमकाने को लेकर कहा कि सदन की गरिमा बनाए रखना सदस्यों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगा कि ये क्या नाटकबाजी हो रही है? जिस प्रकार राहुल गांधी पीएम के पास और ये सबकुछ हुआ वह ठीक नहीं है. सुमित्रा महाजन ने कहा कि ये समझ लो कि सदन की गरिमा हमने ही रखनी है. कोई बाहर से आकर नहीं रखेगा. हमने सांसद के तौर पर अपनी गरिमा भी रखनी है. मैं चाहती हूं कि तुम सब लोग प्रेम से रहो. राहुल जी मेरे दुश्मन नहीं है. मेरे बेटे जैसे ही लगते हैं.'
अविश्वास प्रस्ताव किसी भी तरह से पास नहीं हो सकता हैः राजनाथ
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत है. केवल हमारा विरोध करने के लिए विपक्ष एक होकर भी बहुमत से दूर है. आज हमारी पार्टी देश के हर कोने में पहुंच चुकी है. कभी बीजेपी के केवल दो सांसद थे. आज मैं देख रहा हूं कि बहुमत हमारे साथ है. 15 साल पहले किसी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले जनता के विश्वास को समझ नहीं पाए. किसी भी गैर कांग्रेस पार्टी को कभी बहुमत नहीं मिला है. सिर्फ बीजेपी को बहुमत मिला है. लेकिन हम कभी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. आज जो पार्टियां मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाई हैं उनका खुद एक दूसरे पर विश्वास नहीं है.
नोटबंदी को मिला था जनता का समर्थनः राजनाथ
नोटबंदी के बाद भी विपक्ष ने जनता को गुमराह करने का काम किया था. लेकिन नोटबंदी के बाद यूपी में हुए चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली. विपक्ष कभी ये स्वीकार नहीं करेगा लेकिन सारी दुनिया जानती है कि पीएम मोदी ने भारत का मान बढ़ाया है. विश्व में सबसे ज्यादा गति से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था भारत की है. 2030 आते-आते भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा हो जाएगा.
आंकड़े झूठ नहीं बोलते हैंः राजनाथ
कांग्रेस के लोगों ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. लेकिन इस सच्चाई को तो स्वीकार करना पड़ेगा कि पिछले दस वर्षों में जितनी जीडीपी थी उससे ज्यादा इंफ्लेशन हाई होता था. लेकिन आज आंकड़े उसके उलट है.
बहुत सारे आर्थिक संकेत हमारे फेवर में है. पूरी दुनिया में निवेशकों के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है. एफडीआई का जहां तक सवाल है वह अभी तक 150 बिलियन डॉलर हुआ है.
सैमसंग का नाम लेने पर विपक्ष का हंगामा
राजनाथ सिंह ने कहा कि अर्थव्यवस्था के बारे में बात करूं तो चार साल पहले देश में केवल दो मोबाइल फैक्ट्री होती थी. लेकिन अब 120 से ज्यादा मोबाइल फैक्ट्री हो चुकी है. यहां राजनाथ सिंह ने जैसे ही नोएडा में लगाई गई सैमसंग फैक्ट्री का जिक्र किया विपक्ष ने हंगामा कर दिया और कहा कि ये फैक्ट्री समाजवादी पार्टी की सरकार में लगी थी. जिसपर राजनाथ सिंह ने कहा कि ठीक है कि यह फैक्ट्री सपा और कांग्रेस के राज में लगी थी लेकिन इस फैक्ट्री की कैपसिटी को बढ़ाने का काम किया वह बीजेपी की सरकार ने किया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि इज ऑफ डूइिंग बिजनेस के मामले में हम तेजी से आगे बढ़ रहे है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि सदन के बाहर में खड़गे जी को गले लगाउंगा. राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी को गले लगाने पर कहा कि राहुल गांधी ने संसद में चिपको आंदोलन शुरू किया.
मुलायम सिंह यादव ने भी अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार में किसान परेशान हैं. खाद, बीज, तेल और सिंचाई, सब महंगा हो गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग भी इतन दुखी हैं कि वे रो पड़ें. सरकार में बैठे मंत्रियों को भी नहीं पता है कि यूपी के सीएम क्या कर रहे हैं.
राहुल गांधी की ओर से रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर लगाए गए आरापों पर सफाई देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने राफेल डील पर एंटनी के बनाए समझौते को आगे बढ़ाया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल डील की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती. राहुल गांधी बोले 'आप सोचेंगे कि मेरे दिल में प्रधानमंत्री के लिए गुस्सा है लेकिन मेरे दिल में पीएम और संघ के प्रति प्रेम है. इन्होंने मुझे देशभक्ति और हिंदू होने का मतलब समझाया'.
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बड़े कारोबारियों का सहयोग करते हैं लेकिन देश की गरीबों के लिए उनके दिल में जगह नहीं है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा 'अब पीएम मोदी ईमानदार नहीं रहे, इसलिए वह मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं'. राहुल गांधी ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि मैंने साफ-साफ बोला है इसलिए मोदी मुझसे नजर नहीं मिला पा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी बिना एजेंडे के चीन जाते हैं और डोकलाम पर बात नहीं करते हैं. उन्होंने सैनिकों के साथ धोखा किया है.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में लोग मारे जा रहे हैं, पीटे जा रहे हैं, कुचले जा रहे हैं लेकिन पीएम मोदी मुंह से एक शब्द नहीं निकाल रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि 'पीएम ने कहा था कि मैं चौकीदार हूं, लेकिन दोस्त (अमित शाह) के बेटे की आमदनी बढ़ी तो पीएम मोदी कुछ नहीं बोले'. राफेल सौदे पर भी राहुल ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी गए तो सौदे का बजट बढ़ा दिया गया. जादू से यह दाम 1600 करोड़ रुपये हो गया. राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधा. उन्होंने रक्षा मंत्री पर राफेल सौदे के सही दाम न बताने का आरोप लगाया. इस पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा 'राहुल ने बार-बार रक्षा मंत्री का नाम लिया है, इसलिए उन्हें जवाब देने का मौका दिया जाएगा'.
जयदेव के बाद बीजेपी सांसद राकेश सिंह को बोलने का समय दिया गया था. उन्होंने कांग्रेस के शासन काल में हुए विभिन्न घोटालों को सदन में गिनाया. कांग्रेस ने अपने शासनकाल में देश की जनता को वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया. राकेश सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव का जवाब 2019 में जनता देगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के विकास को नई दिशा दी है. उन्होंने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव देश समझ नहीं पा रहा है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने महिलाओं की फिक्र की होती तो उन्हें चूल्हा फूंककरी खाना नहीं बनाना पड़ता. 18 हजार गांवों अंधेरे में डूबे थे, पीएम मोदी ने 1000 दिन से पहले वहां बिजली पहुंचाई.
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से देश में एक ही परिवार के लोगों का शासन रहा है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यह शासन करीब 48 साल का रहा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक ही परिवार की सरकार के सिवाय कोई दूसरी सरकार नहीं पसंद है. बीजेपी सांसद राकेश सिंह ने कहा कि भारत के लोकतंत्र की मिसाल पूरी दुनिया में दी जाती है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का मतलब सिर्फ हमारी सरकार नहीं है. उन्होंने कहा इस बार का अविश्वास प्रस्ताव हर बार लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से अलग है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बिना भेदभाव के गरीबों की मदद की. पीएम जन औषधि केंद्र में गरीबों को कम कीमत पर दवाइयां मिल रही हैं.
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जयदेव गल्ला ने कहा 'पीएम मोदी से विनती है कि वह आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दें'. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड को भी डिफेंस इंडस्ट्री और कॉरीडोर दिया लेकिन आंध्र प्रदेश को कुछ भी नहीं दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सरदार पटेल और छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्तियों पर करोड़ों खर्च कर रही है. लेकिन आंध्र प्रदेश को धन मुहैया नहीं कराया जा रहा है.
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग के मुद्दे पर जयदेव गल्ला ने कहा कि आंध्र प्रदेश की जनता धमकी नहीं, श्राप दे रही है. उन्होंने पूछा कि नई राजधानी अमरावती को पैसा देने के वायदे क्यों पूरे नहीं हुए. उन्होंने यह भी पूछा कि पीएम मोदी के ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा के नारे का क्या हुआ.
उनका कहना है कि आंध प्रदेश के बंटवारे के बाद राज्य से 90 फीसदी संस्थाएं तेलंगाना में चली गईं. उनका कहना है कि बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश कृषि आधारित राज्य बन गया है. राज्य में उद्योग धंधे का अनुपात भी कम हो गया है. जयदेव गल्ला का कहना है कि आंध्र प्रदेश के 5 करोड़ लोगों के साथ अन्याय हुआ. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोगों से झूठे वादे किए गए. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वह बताएंगे कि जो वादे उन्होंने किए, उन्हें वह पूरा करेंगे. उनका कहना है कि पीएम मोदी ने हमारा भरोसा तोड़ा है.
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इसके पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संसद पहुंचकर विक्टरी साइन दिखाया. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मीटिंग भी की है. विपक्षी पार्टियां कई मुद्दों पर सत्तारूढ़ बीजेपी की सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. विपक्षी पार्टियां एकजुट दिखाई दे रही हैं.
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) लाई है. अन्य विपक्षी पार्टियों ने इस पर सहमति जताकर उसको सहयोग दिया है. राजनाथ सिंह, राकेश सिंह, वीरेंद्र सिंह मस्त और अर्जुन राम मेघवाल संसद में मोदी सरकार की ओर से बोलेंगे.
स्पीकर ने इस चर्चा को लेकर सभी राजनीतिक दलों को बोलने का समय भी आवंटित कर दिया है. इसमें बीजेपी को तीन घंटा 38 मिनट का समय मिलेगा. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 38 मिनट का समय दिया गया है. अन्य विपक्षी दलों अन्नाद्रमुक को 29 मिनट, तृणमूल कांग्रेस को 27 मिनट, बीजू जनता दल (बीजद) को 15 मिनट और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को नौ मिनट का समय दिया गया है. टीडीपी को 13 मिनट का समय दिया गया है.
शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ना तो प्रश्नकाल होगा, ना ही लंच ब्रेक होगा. शुक्रवार को होने वाला निजी विधेयक का समय भी अगले सप्ताह तक के लिए टाल दिया गया है. 11 से लगातार 6 बजे तक होगा भाषणों का दौर चलेगा. सदन में बहुमत वाली सत्तारूढ़ बीजेपी को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है.
प्रस्ताव पर सदन में चर्चा करीब सात घंटे चलेगी. शाम करीब साढ़े छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव और विपक्ष की ओर से दागे गए सवालों का जवाब देंगे. वहीं कांग्रेस की ओर से पार्टी की कमान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी संभालेंगे. सदन में सदस्यों की कुल संख्या 533 है. इसमें एनडीए के पास 315 हैं. वहीं यूपीए के पास 147. अन्य के पास 71 सदस्य हैं. इसमें बहुमत का आंकड़ा 267 हैंं.