Parliament Session: संसद का पहला सत्र कुछ ही घंटों में सोमवार 24 जून को शुरू होने वाला है. संभव है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी का आमना-सामना हो. 10 दिन में 8 बैठकें होंगी. 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा. संसद सत्र में NEET पेपर लीक, अग्निवीर और महंगाई के मुद्दे उठाये जा सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि नई संसद का सीन बदला-बदला सा होगा. क्योंकि इस बार सत्ता पक्ष थोड़ा कमजोर है तो विपक्ष थोड़ा ताकतवर हुआ है!


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इस बार संसद में 292 Vs 235


2024 के चुनाव परिणाम के बाद संसद का सीन कुछ बदला-बदला सा होगा. सत्ता पक्ष पहले के मुकाबले थोड़ा सा कमजोर और विपक्ष थोड़ा सा ताकतवर दिखेगा. क्योंकि इस बार संसद में 292 Vs 235 की लड़ाई होगी. 292 सांसदों की अगुवाई पीएम मोदी करेंगे और सूत्रों के मुताबिक विपक्ष के 235 सांसदों का नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि 99 सीटें जीतने वाली कांग्रेस.. लोकसभा में नेता विपक्ष के तौर पर राहुल का नाम फाइनल कर चुकी है.


विपक्ष के तीखे तेवर


बता दे कि इस बार संसद में सरकार के लिए राह पहले की तरह आसान नहीं होने वाली है. इसका ट्रेलर चुनाव परिणाम के बाद से ही विपक्ष दिखा रहा है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने तो यहां तक कह दिया कि अब सरकार चलाना नरेंद्र मोदी जी की बस की बात नहीं है, इनकी हम नाक में दम कर देंगे. इंतजार कीजिए.. हमारी रणनीति बहुत ही जल्द आपके सामने आएगी.


28 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण


नई संसद में सोमवार से शुरू होने जा रहा पहला सत्र 10 दिन तक चलेगा. 24 जून से 3 जुलाई तक चलने वाले सत्र में कुल 8 बैठकें होंगी और दो दिन छुट्टी रहेगी. पहले दो दिन में नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. 26 जून को लोकसभा स्पीकर चुना जाएगा. 27 जून को राज्यसभा का सत्र शुरू होगा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा. 28 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी और 2 जुलाई को पीएम मोदी लोकसभा में, जबकि 3 जुलाई को राज्यसभा में बोल सकते हैं.


सरकार को घेरेंगे राहुल गांधी


संसद में चर्चा के दौरान बोलने की बारी तो राहुल गांधी की भी आएगी. उम्मीद की जा रही है कि राहुल गांधी.. मोदी सरकार को घेरने के लिए पेपर लीक, अग्निवीर और महंगाई का मुद्दा जोर शोर से उठाएंगे. पेपर लीक मामले में पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल बीते कुछ दिनों से मुखर हैं. देश में कई जगह विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला. अब संसद में इन मुद्दों को उठाने की बारी है.