Lok Sabha: लोकसभा की कार्यवाही में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब विजिटर गैलरी से दो युवक सदन में कूद गए और उन्होंने जूतों में छिपाकर लाए स्मोक बम से धुआं फैला दिया. उनके दो साथियों ने सदन के बाहर धुआं फैलाया और नारेबाजी की. इस मामले में पुलिस ने इन 4 आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिसमें एक महिला शामिल है. संसद के अंदर से पकड़े गए आरोपियों की पहचान लखनऊ निवासी सागर शर्मा और मैसूर निवासी मनोरंजन के तौर पर हुई है. जबकि बाहर नारेबाजी करने वाले आरोपी नीलम और अमोल शिंदे हैं. अमोल महाराष्ट्र से जबकि नीलम हरियाणा के जींद के घसो कलां गांव की रहने वाली है. अब सामने आ रहा है कि इस मामले में 4 नहीं बल्कि 6 लोग शामिल थे.


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गुरुग्राम से पति-पत्नी गिरफ्तार


पुलिस और जांच एजेंसियां इस घटना की जांच में जुट गई हैं. शुरुआती जांच के मुताबिक ये आरोपी देश के बाकी हिस्सों से आकर गुरुग्राम के सेक्टर 7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रुके थे. पुलिस ने अब इन आरोपियों के दोस्त विक्की शर्मा और उनकी पत्नी को हिरासत में ले लिया है. विक्की शर्मा मूल रूप से हिसार का रहने वाला है. आरोपी का नाम विशाल शर्मा उर्फ विक्की उर्फ जंगली था. वह एक्सपोर्ट कंपनी में ड्राइवर का काम करता था. बताया जा रहा है उसका आपराधिक बैकग्राउंड रहा है. उसकी पत्नी का नाम राखी है. 


'बेरोजगारी से थे परेशान'


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले का पांचवां आरोपी ललित झा संसद भवन के बाहर मौजूद था. जब पुलिस ने इन दोनों को पकड़ा तब ललित मौके से फरार हो गया. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक की जांच में निकलकर सामने आया है कि ये सभी लोग बेरोजगार है. पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वे बेरोजगारी से परेशान थे और इसी के खिलाफ आज प्लानिंग के साथ संसद भवन के बाहर पहुंचे थे हालांकि अभी पूछताछ जारी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में चार नहीं बल्कि 6 आरोपी हैं. ललित झा के अलावा एक छठा आरोपी भी है, जिसकी पहचान नहीं हो पाई है. 


आरोपी नीलम का भाई क्या बोला?


संसद के बाहर से पकड़ी गई एक आरोपी नीलम के छोटे भाई ने कहा, ''हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है. वह सोमवार हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है. वह BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET पास है. उन्होंने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था."


सूत्र ने कहा, 'आरोपियों के पास से मोबाइल फोन नहीं मिले हैं और पुलिस उनके फोन की तलाश कर रही है.' सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई. पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों के आतंकवादियों ने 2001 में आज ही के दिन संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी.