नई दिल्ली:  कुछ माह पहले आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शोध छात्र मनान वानी को कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों ने घेर लिया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक सेना से मुठभेड़ जारी है. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने वानी से सरेंडर करने की अपील की है. कुछ दिन पहले ही प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने की पुष्टि की थी. मनान वानी कुपवाड़ा जिले के ताकीपुरा गांव का रहने वाला है. मनान वानी की सोशल मीडिया पर तस्वीरें डाली थीं. तस्वीरों में वह हाथ में एके-47 राइफल लिए नजर आ रहा था. वानी के पिता प्राध्यापक हैं और उसका भाई इंजीनियर है. 


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जनवरी से लापता था वानी
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोबाब इलाके का रहने वाला वानी पिछले हफ्ते लापता हो गया था. उसे छह जनवरी को दिल्ली से घर लौटना था. सोशल मीडिया पर एके-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीर सामने आने के बाद खबरें आ रही थीं कि शायद वह आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है जिसके बाद एएमयू ने 26 वर्षीय इस शोध छात्र को निष्काषित कर दिया था.


 



 


एएमयू ने कर दिया था निष्काषित 


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अधिकारियों ने वानी को निष्कासित कर दिया था. इस छात्र के बारे में ऐसी खबरें मिली थीं कि वह कथित रूप से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है. अधिकारियों के अनुसार छात्र का नाम मन्नान बशीर वानी (26) है और यह भूगर्भ विज्ञान (जियोलोजी) का शोध छात्र है. छात्र की विभाग में आखिरी हाजिरी दो जनवरी की लगी हुई है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक वानी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला है और विश्वविद्यालय में छह जनवरी से होने वाली स​र्दी की छुटि्टयों से पहले अपने घर चला गया था.