लद्दाख में Vocal for Local की शुरुआत, यूरोप तक बिकने जाता है यहां का सामान
कुंजेस आंगमो दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने का बाद लद्दाख के चोकलामसार में वापिस आईं और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू किया.
प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बहुत पहले ही लद्दाख में Made in India मुहिम की शुरुआत हो चुकी है. यहां 29 साल की कुंजेस आंगमो Vocal for Local की ब्रांड अंबेसडर हैं. वो पिछले 4 सालों से चीनी उत्पादों के खिलाफ मुहिम चला रही हैं. कुंजेस आंगमो लद्दाख के स्थानीय उत्पादों को इंटरनेशनल मंच उपलब्ध करवाती हैं.
Vocal for Local को लद्दाख में कैसे बढ़ावा मिल रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लद्दाख की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को विश्व स्तर पर 'लेहवाले' ब्रांड नाम के साथ बेचा जा रहा है.
आज लद्दाख की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को फ्रांस तक भेजा जाता है. कुंजेस आंगमो के प्रयास से यहां के उत्पादों को विश्व स्तर पर पहचान मिल रही है.
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत 25 लाख रुपये का लोन लेकर लद्दाख की महिलाओं के साथ कुंजेस आंगमो ने पश्मीना शॉल और वूलन पर काम करने की शुरुआत की.
लद्दाख में पश्मीना शॉल, वूलन के कपड़े, बैग, कुशन, ट्रेडिशनल ड्रेस और अन्य उत्पादों को बनाया जाता है.
हर गांव में 100-100 महिलाओं के ग्रुप पश्मीना की कताई में जुटी हुई हैं. जुलाई 2019 से लेकर नवंबर 2019 तक इन महिलाओं ने लगभग 25 लाख रूपये का कारोबार किया.
लद्दाख में सब कुछ हाथ से बनाया जाता है और पावरलूम मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
इस समय कुंजेस की ये टीम 300 पश्मीना शॉल और 2000 अन्य उत्पादों को बनाने पर काम कर रही हैं.
कुंजेस आंगमो दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने का बाद लद्दाख के चोकलामसार में वापिस आईं और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू किया. इनकी कोशिश है कि लद्दाख के ब्रांड को इंटरनेशनल ब्रांड बनाए जाए.