Maharashtra, Goa और Karnataka में Coast Guard ने संभाला मोर्चा, तस्वीरों में देखिए भयंकर बाढ़ का मंजर
चेन्नई: देश के कई हिस्सों में मॉनसून जोरों पर है. महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत कई प्रदेशों में भारी बारिश से बाढ़ की स्थित है. महाराष्ट्र के अलावा गोवा और कर्नाटक (Karnataka) में भी हालात बिगड़े तो इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Gaurd) ने मोर्चा संभाला. डिजास्टर मैनेजमेंट (Disaster Management) के तहत कोस्टगार्ड के जवान सैकड़ों लोगों का रेस्क्यू (Coast Gaurd Rescue Operation) कर चुके हैं. कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं. कई जिलों से तबाही की खबरें आ रही हैं. आइए तस्वीरों के जरिए देखते हैं कोस्ट गार्ड के जवानों ने कैसे बचाई लोगों की जान.
बचाव काम में जुटी कोस्ट गार्ड की 7 टीमें
भारतीय कोस्ट गार्ड (ICG) की 7 टीमें तीन प्रदेशों के बाढ़ प्रभावित जिलों (Flood-hited districts) में लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चला रही हैं.
तीन प्रदेशों में बाढ़ के हालात
महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित जिलों में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 200 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है.
आइलैंड में फंसे लोगों को बचाया गया
कर्नाटक के उगलीजूग और खेरजूग में फंसे 161 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है. इंडियन कोस्ट गार्ड के जहाज के जरिए भी ऑपरेशन चलाया गया. यहां तीन टीमों ने मुश्किल में फंसे लोगों को बचाया.
इस तरह चला ऑपरेशन
घबराए और बीमार लोगों को फौरन मेडिकल मदद भी पहुंचाई गई. जिन लोगों को तैरना नहीं आता था उनके लिए भी कोस्टगार्ड के जवान मसीहा बनकर पहुंचे. इस बीच मुंबई गोवा हाइवे पर बना ब्रिटिश कालीन पुल बंद हो गया. कई जगह अधिकारी फंसे तो भी कोस्ट गार्ड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवान मदद के काम में लगे हैं.
कोस्ट गार्ड का ऑपरेशन जारी
भारतीय तटरक्षक बल यानी ICG की ओर से कहा गया है कि उसका अभियान जारी है. जहां से भी मदद की कॉल आ रही है वहां उनकी टीम स्थानीय जिला प्रशासन से क्वार्डिनेट करते हुए काम कर रही हैं. कई जगह NDRF की टीम ने लोगों की जान बचाई. कोल्हापुर में जहां एनडीआरएफ की 2 टीमें भेजी गई हैं. वहीं, चिपलुन के लिए एक टीम मददगार साबित हुई.
एयरफोर्स और नेवी ने बढ़ाया हाथ
रत्नागिरी जिले में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की टीम ने मदद का हाथ बढ़ाया है. नौसेना (Navy) भी अपने स्तर पर मुसीबत में फंसे लोगों की मददगार बनी है. कोंकण के रत्नागिरी के बाद सिंधुदुर्ग में भी बारिश की वजह से कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. भारी बरसात की वजह से कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. यहां 4 से 5 फीट पानी इकट्ठा हो गया है. रत्नागिरी के चिपलुन इलाके में हालात बेकाबू थे.