Deepfake Video: प्रधानमंत्री मोदी भी डीपफेक वीडियो से परेशान, बोले- एक वीडियो में मैं गरबा खेल रहा था..
PM Modi Deepfake Video: डीपफेक वीडियो से पीएम मोदी भी परेशान हैं. उन्होंने एआई के माध्यम से डीपफेक वीडियो बनाने पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि एआई के गलत इस्तेमाल के प्रति मीडिया को लोगों में जागरूकता फैलानी चाहिए.
PM Modi Deepfake Video: डीपफेक वीडियो से पीएम मोदी भी परेशान हैं. उन्होंने एआई के माध्यम से डीपफेक वीडियो बनाने पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि एआई के गलत इस्तेमाल के प्रति मीडिया को लोगों में जागरूकता फैलानी चाहिए. भाजपा मुख्यालय में दिवाली मिलन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने गरबा में खुद का गाते हुए फेक वीडियो देखा. गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी ने स्कूल के दिनों से ऐसा नहीं किया है.
डीपफेक बड़ा संकट पैदा कर सकता है
पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि यहां तक कि जो लोग उन्हें प्यार करते हैं, वे भी वीडियो को एक दूसरे से शेयर कर रहे हैं. हमारे जैसे विविधतापूर्ण समाज में ‘डीप फेक’ एक बड़ा संकट पैदा कर सकते हैं. यहां तक कि समाज में असंतोष की आग भी भड़का सकते हैं. क्योंकि लोग मीडिया से जुड़ी किसी भी चीज पर उसी तरह भरोसा करते हैं जैसे आम तौर पर गेरुआ वस्त्र पहने व्यक्ति को सम्मान देते हैं. उन्होंने कहा, ‘कृत्रिम मेधा (एआई) के माध्यम से बनाए गए ‘डीप फेक’ के कारण एक नया संकट उभर रहा है. समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग है जिसके पास समानांतर सत्यापन प्रणाली नहीं है.’ उन्होंने इस बारे में जागरुकता फैलाने के लिए मीडिया के सहयोग की बात कही.
क्या है डीपफेक?
डीपफेक तकनीक शक्तिशाली कंप्यूटर और शिक्षा का उपयोग करके वीडियो, तस्वीरों, ऑडियो में हेरफेर करने की एक तरीका है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कुछ विवादास्पद टिप्पणियों वाली फिल्म आती थी और चली जाती थीं, लेकिन अब यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है. उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्मों का प्रदर्शन भी इस आधार पर मुश्किल हो जाता है कि उन्होंने समाज के कुछ तबकों का अपमान किया है, भले ही उन्हें बनाने में भारी राशि खर्च की गई हो. उन्होंने सुझाव दिया कि जिस तरह सिगरेट जैसे उत्पाद स्वास्थ्य संबंधी चेतावनियों के साथ आते हैं, उसी तरह ‘डीप फेक’ के मामलों में भी होना चाहिए.
पीएम मोदी ने 'विकसित भारत' का किया जिक्र
वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' बनाने के अपने संकल्प का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये केवल शब्द नहीं हैं बल्कि जमीनी हकीकत है. उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को लोगों का समर्थन मिला है. साथ ही उन्होंने कहा कि गत एक सप्ताह में लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है, जिसमें दिवाली और छठ से संबंधित खरीददारी शामिल है. मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारत की उपलब्धियों ने लोगों में विश्वास पैदा किया कि देश अब रुकने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि लगभग 130 देशों ने भारत द्वारा आयोजित एक ‘ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन’ में भाग लिया. उन्होंने इसे बड़ी उपलब्धि बताया.
छठ पर क्या बोले पीएम मोदी?
उन्होंने कहा कि विकसित भारत और अर्थव्यवस्था से संबंधित विचार अगले 25 वर्षों तक चर्चा के केंद्र में रहने वाले हैं और जिस तरह से देश प्रगति कर रहा है, लोग उसे स्वीकार कर रहे हैं. यह युग भारत को एक भव्य देश बनाने की ओर ले जा रहा है. देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों, खासकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के 'छठ' मनाने के बीच उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि यह पर्व अब देश के विभिन्न हिस्सों में मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उदय ने दुर्गा पूजा और नवरात्रि जैसे त्योहारों को वैश्विक होते देखा है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)