टोरंटो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस बात पर जोर दिया कि भारत में उनके सत्ता संभालने के बाद करीब 10 महीने में विश्वास का एक नया माहौल बना है। देश का मूड बदला है। उन्होंने विकास को हर समस्या का समाधान बताते हुए दूसरों द्वारा छोड़ी गई गंदगी को साफ करने का संकल्प भी जताया।


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मोदी ने यहां रिको कोलीजियम में 10,000 से अधिक भारतीय मूल के लोगों के बीच हिन्दी में दिए गए अपने संबोधन में कहा ‘हमारे देश में विश्वास का नया माहौल है... हम कहते हैं ‘जन गण मन अधिनायक’ मतलब ‘जन मन’ बदला है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के सामने मौजूद सभी समस्याओं का समाधान विकास है। देश के पास वह सभी क्षमताएं हैं जिनकी उसे जरूरत है, अब सिर्फ अवसरों की जरूरत है।


पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘जिनको गंदगी करनी थी, गंदगी कर के चले गए, हम सफाई करके जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘वैश्विक विकास को ऊर्जा देने के लिए भारत कार्यबल मुहैया कराएगा। हमारा मिशन ‘स्किल इंडिया है न कि स्कैम इंडिया।’ मोदी के इस संबोधन के समय स्टेडियम में कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफेन हार्पर और उनकी पत्नी लॉरेन भी मौजूद रहीं।


पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा, 'देश का मूड बदल रहा है। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम हमेशा कहते थे कि अखबारों में सकारात्मक खबरों का कॉलम होना चाहिए। आज ये पहल एक हिन्दी अखबार ने की है।'  टोरंटो में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जैसे ही लोगों को संबोधित करने मंच पर पहुंचे, एक बार फिर पूरा स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हुए अपने भव्य स्वागत का शु्क्रिया अदा करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री और वहां के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ये मेरा सम्मान नहीं बल्कि ये भारत के 125 करोड़ लोगों का सम्मान है। पीएम मोदी ने कहा कि कनाडा में रहने वाले भारतीयों के कारण ही ये सम्मान मुझे मिला है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें दुनिया के अन्य देश परमाणु रियेक्टर नहीं देना चाहते थे क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं हम कुछ और न बना लें लेकिन वे उनको दे देते थे जो ये नहीं बनाने की बात करके बनाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों फ्रांस में निर्णय हुआ कि परमाणु रियेक्टर भारत में बनेगा। इसके लिए यूरेनियम कनाडा से आयेगा। उन्होंने कहा कि हमें भारत में चतुरंगी क्रांति करनी है। हमारे झंडे के चार रंग के आधार पर यह क्रांति करनी है। पहली केसरिया क्रांति जो ऊर्जा की ओर होगी। मोदी ने कहा कि पहले की सरकार एलईडी बल्ब 350 रुपये में लेती थी लेकिन हमारी सरकार इसे 85 रुपये में लेती है। दूसरी सफेद क्रांति दुग्ध उत्पादन के रूप में की जाएगी। तीसरी हरित क्रांति जो किसानों और खेती की गुणवत्ता बढ़ाकर लानी है और चौथी क्रांति नीली क्रांति है जो हम पर्यावरण को शुद्ध करके हासिल करेंगे।  


पीएम मोदी ने कहा, 'दोनों देश स्पेस में एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। दोनों देश मिलकर दुनिया की बहुत बड़ी ताकत बन सकते हैं। दोनों देशों की बहुत सी ऐसी जरूरतें हैं जो आपस में मिलकर पूरी कर सकते हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि आज जो समझौते हुए हैं उससे आने वाले समय में दोनों दशों के रिश्ते और मजबूत होंगे।'


पीएम मोदी ने कहा, 'दस महीने पहले सरकार बदली थी। पिछली दस महीने के अंदर भारत का जन-मन बदल गया है। उन्होंने जन-धन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि जो बैंक वाले बैंक पहुंचने पर लोगों को झिड़क दिया करते थे, वही बैंक कर्मचारी आज घर-घर जाकर लोगों के खाते खोल रहे हैं। ये जन-मन के बदलने का सबसे बेहतर उदाहरण है।'


मोदी ने कहा, 'पिछले दस महीने में बैंक कर्मियों ने 14 करोड़ बैंक खाते खोले हैं। मतलब करीब-करीब तीन कनाडा। इतना ही नहीं जो बैंक खाते जीरो बैलेन्स पर खोले गए उनमें देश के गरीबों ने 14 हजार करोड़ रुपए भी जमा कराए हैं।' पीएम ने स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि आज ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब लोग इस अभियान से नहीं जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे छोटे-छोटे काम करने हैं। जैसे बूंद-बूंद से सागर बनता है वैसे ही इन छोटे-छोटे कामों से देश की सूरत बदलनी है।'


प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैंने उन लोगों से सब्सिडी छोड़ने के लिए कहा जो सक्षम हैं। मेरे इस आग्रह के बाद देश भर में करीब चार लाख लोगों ने गैस की सब्सिडी छोड़ दी जिससे देश को करीब 200 करोड़ रुपए का फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि यह पैसा सरकार के खाते में नहीं जाएगा। इससे उन गरीब परिवारों के बीच गैस सिलिंडर का वितरण किया जाएगा जो लकड़ी से खाना बनाते हैं। ऐसा करने से पर्यावरण तो बचेगा ही, जंगल भी बचेगा।'


पीएम मोदी ने कहा, 'भारत युवाओं का देश है। यहां की करीब 65 प्रतिशत जनता 35 वर्ष से कम उम्र के हैं यानी 80 करोड़ नौजवानों में मिट्टी को सोना बनाने की शक्ति है। 2030 के बाद दुनिया में भारतीयों का डंका बजेगा। हमने स्कील डेवलपमेंट पर ध्‍यान देने की जरूरत को समझा है। इससे पहले स्कैम डेवलपमेंट का काम देश में चल रहा था जिसे हमने बदलने का काम किया। आज युवाओं के स्कील में विकास करके रोजगार को बढ़ावा देने की ओर सरकार अग्रसर है।'


मोदी ने कहा, 'भारत में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट का निर्माण करना है। इनको बनाने में भारतीयों का भी योगदान है तो यह भारत में क्यों नहीं हो पाता है। अब यह हमें करके दिखाना है। मोदी ने कहा कि हमने पहली ही बार में मंगलयान को सफल बना दिया जिसका खर्च एक हॉलीवुड मूवी से भी कम आया। यह भारत की दक्षता को दिखलाता है।'


करीब 10 हजार लोगों की क्षमता वाला स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गूंज रहा था। पीएम मोदी के पहुंचने से पहले स्टेडियम में भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाले कई कार्यक्रम हुए। जाने-माने गायक सुखविंदर सिंह ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। यूरोप के तीन देशों की नौ दिवसीय यात्रा के अंतिम पड़ाव में पीएम मोदी मंगलवार को कनाडा पहुंचे। मोदी की कनाडा यात्रा तीन दिन की है। पिछले 42 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कनाडा यात्रा है। इससे पहले इंदिरा गांधी वर्ष 1973 में बतौर प्रधानमंत्री कनाडा गई थीं।