नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केंद्र गोवा के खनन क्षेत्र के लिये 'न्यायिक समाधान' तलाश रहा है. उच्चतम न्यायालय द्वारा खनन पट्टे रद्द किये जाने और लौह अयस्क निकालने पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद पिछले साल मार्च से इस क्षेत्र में ठहराव आ गया है.


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां मडगांव में भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित कर रहे थे. मडगांव दक्षिण गोवा लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है. उन्होंने कहा कि वह राज्य में खनन संकट और खनन उद्योग पर आश्रित लोगों पर इसके प्रतिकूल असर से वाकिफ हैं.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, (राज्य में) खनन क्षेत्र में कार्यरत लोग चिंतित हैं और ऐसा सोचना उनके लिये स्वाभाविक भी है. इस समस्या के लिये जो भी न्यायसंगत समाधान हो, हम उस पर काम करेंगे. 


उन्होंने बताया कि इस संबंध में विशेषज्ञों से भी राय मांगी गयी है. उन्होंने कहा, 'हमलोग इसका (मुद्दा सुलझाने का) तरीका तलाश रहे हैं. केंद्र और राज्य की सरकार के साथ सांसद भी इस दिशा में काम कर रहे हैं'. 


प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमलोग गरीबों की आजीविका बचाना चाहते हैं. मैं सोशल मीडिया पर भी नजर रखे हुए हूं. मैं कहना चाहता हूं कि यह संकट उच्चतम न्यायालय की वजह से पैदा हुआ है. हमलोग इसका समाधान तलाशने की कोशिश करेंगे क्योंकि यह (खनन) गोवा की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है'.
 
(इनपुट-भाषा)