नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विदेश नीति के प्रमुख मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए आयोजित भारतीय मिशन प्रमुखों की बैठक को संबोधित किया. इस बैठक में बड़ी शक्तियों के साथ भारत के संबंधों के अलावा पाकिस्तान एवं चीन के साथ संबंधों में आया तनाव भी चर्चा का विषय रहा.


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बैठक में करीब 120 राजदूतों ने लिया हिस्सा


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने प्रधानमंत्री के संबोधन की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में मिशन प्रमुखों के आठवें सम्मेलन को संबोधित किया.’इस सम्मेलन में दुनिया भर में तैनात लगभग 120 राजदूतों ने हिस्सा लिया.


बड़े ताकतवर देशों के साथ भारत के संबंधों के अलावा पाकिस्तान और चीन के साथ संबंधों में आया तनाव विदेशी नीति के उन प्रमुख मुद्दों में शामिल है, जिनपर इस सम्मेलन में विस्तार से चर्चा की जा रही है.



चार दिवसीय इस सम्मेलन का उद्घाटन सुषमा स्वराज ने किया


शुक्रवार को शुरू हुए इस चार दिवसीय सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कल किया था. इस सम्मेलन में वैश्विक तौर पर हो रहे बड़े बदलावों पर भी चर्चा की संभावना है. इसके अलावा इस बात पर भी चर्चा होनी है कि भारत को इन बदलावों से निपटने के लिए किस तरह अपनी नीति में बदलाव लाने चाहिए. राजदूतों ने उन देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों पर ‘प्रेजेंटेशन’ दीं, जिनमें वे तैनात हैं. इस सम्मेलन में भारत के ट्रंप प्रशासन के साथ और रूस के साथ संबंधों पर भी चर्चा होने की संभावना है.


यह वार्षिक बैठक एक ऐसे समय पर हो रही है, जब जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना द्वारा दो भारतीय सैनिकों के सिर काटे जाने के बाद भारत-पाक संबंधों में भारी तनाव है. यह मुद्दा चर्चा के दौरान उठने की संभावना है. संसाधन संपन्न अफ्रीकी महाद्वीप के साथ-साथ खाड़ी देशों के साथ भारत के संबंध और पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है.