अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की शुभ घड़ी आ गई है. कल राम मंदिर का शिलान्यास समारोह होगा. भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री राम मंदिर की नींव रखेंगे. इसी बीच, अयोध्या में एसपीजी ने सुरक्षा संभाल ली है. अयोध्या की सीमा सील कर दी गई है. 5 अगस्त तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. स्थानीय निवासियों को पहचान पत्र रखना अनिवार्य है. अयोध्या में आज राम मंदिर के भूमिपूजन से हनुमानगढ़ी में निशान पूजन किया गया. निशान पूजन के जरिये हनुमान जी से मंदिर निर्माण की अनुमति ली गई. राम मंदिर निर्माण में निशान हनुमानगढ़ी का निशान पूजन का महत्व है. राम जन्मभूमि परिसर में राम अर्चना हो रही है.  


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भूमि भूजन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी अयोध्या में तीन घंटे तक प्रवास पर रहेंगे. पीएम मोदी के अयोध्या में लैंड होने से विदाई तक के मिनट टू मिनट कार्यक्रम पर एक नजर डाल लेते हैं: 


5 अगस्त की सुबह दिल्ली से प्रस्थान!
9:35 बजे:
दिल्ली से उड़ेगा विशेष विमान!
10:35 बजे: लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग!
10:40 बजे: हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए प्रस्थान!
11:30 बजे: अयोध्या साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर लैंडिंग!
11:40 बजे: हनुमान गढ़ी पहुंच कर 10 मिनट दर्शन-पूजन!
12 बजे: राम जन्मभूमि परिसर पहूंचने का कार्यक्रम!
10 मिनट में रामलला विराजमान का दर्शन - पूजन!
12:15 बजे: रामलला परिसर में पारिजात का पौधारोपण!
12:30 बजे: भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ!
12:40 बजे: राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना!
1.10 बजे: नृत्यगोपाल दास वेदांती जी सहित ट्रस्ट कमेटी से करेंगे भेंट!
2:05 बजे: साकेत कॉलेज हेलीपैड के लिये प्रस्थान!
2:20 बजे: लखनऊ के लिए उड़ेगा हेलिकॉप्टर!


10:30 बजे के नहीं मिलेगा प्रवेश
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान कल कोविड-19 के प्रोटोकॉल के साथ ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रहेगी. सभी निमंत्रण प्राप्त लोगों को सुबह 10:30 बजे तक आना अनिवार्य है. इसके बाद प्रवेश नहीं मिलेगा. सभी अतिथियों को प्रधानमंत्री के आगमन के दो घंटे पहले तक पहुंचना होगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आमंत्रित किया गया है उनको कार्ड मिल जाएगा. इस कार्ड के आधार पर कोई दूसरा व्यक्ति उनकी जगह नहीं आ सकता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोई वाहन पास जारी नहीं किया गया है. वाहनों को कार्यक्रम स्थल से दूर ही रखा जाएगा. 



175 अतिथियों को दिया गया निमंत्रण  
राम मंदिर के भूमि पूजन में यूं तो सिर्फ 175 अतिथियों को निमंत्रण दिया गया है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में 137 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करेंगे. कुछ कार सेवकों के परिवार के सदस्यों को भी निमंत्रण दिया गया है. राम मंदिर के भूमिपूजन में देशभर से 2000 पवित्र स्थान से मिट्टी और जल अयोध्या पहुंचा है. 100 से अधिक नदियों का जल अयोध्या लाया गया है. अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान 9 शिला के पत्थर भूमि पूजन में रखे जाएंगे. 9 शिलाओं का पूजन पीएम मोदी के हाथों होगा. 9 शिला 1989-90 के दौरान राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी हैं. 9 शिलाओं में से एक शिला को गर्भगृह में रखा जाएगा, बाकी 8 अन्य स्थानों पर. 9 शिलाओं का इस्तेमाल नक्शा पास होने के बाद मंदिर निर्माण के वक्त किया जाएगा.  


भूमि पूजन के मंच पर कौन-कौन होगा
भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान मंच पर सिर्फ पांच लोग ही होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास मंच पर रहेंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया की वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी आयु ज्यादा होने की वजह से नहीं आ पाएंगे जबकि बीजेपी नेता उमा भारती ने बताया कि वो कोरोना की वजह से सरयू किनारे रहकर ही कार्यक्रम की गवाह बनेंगी.