साल के आखिरी दिन PM Modi ने Corona को लेकर दिया नया मंत्र, वैक्सीन पर दिया गुड न्यूज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को साल के आखिरी दिन कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर एक मंत्र दिया और कहा कि दवाई भी और कड़ाई भी. इसके साथ ही वैक्सीन को लेकर कहा कि वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Rajkot AIIMS) की आधारशिला रखी. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर एक मंत्र दिया और कहा कि दवाई भी और कड़ाई भी. इसके साथ ही वैक्सीन को लेकर कहा कि वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं.
पीएम मोदी ने दिया 2021 के लिए खास मंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने संबोधन में कहा, 'पहले में कहता था दवाई नहीं तो ढिलाई नहीं. आज मैं कहता हूं कि दवाई भी और कड़ाई भी.' उन्होंने आगे कहा, 'साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी और चारों तरफ सवालिया निशान थे. लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है. वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं.'
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एकजुटता ने मुश्किल समय से निकाला: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, 'मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है. भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं. जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों. वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं.'
पीएम मोदी ने वॉरियर्स को किया याद
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है. इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है. कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं.'
'एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए'
उन्होंने आगे कहा, 'मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है. भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं. जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों. वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं.'