Gaza Hospital: इजरायल हमास जंग के बीच मंगलवार रात गाजा के एक अस्पताल पर रॉकेट से हमला हुआ, जिसमें करीब 500 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है. इस हमले को लेकर दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इजरायल ने इस हमले को लेकर हमास पर ही आरोप लगाया है जबकि हमास और फिलिस्तीनी इजरायल को दोष दे रहे हैं. वहीं दुनियाभर के नेता भी इस हमले की आलोचना कर रहे हैं. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गाजा अस्पताल में हुई मौतों पर दुख जताया है.


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'गंभीर और निरंतर चिंता का विषय'
असल में पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद क्षति से गहरा सदमा लगा है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना है. उन्होंने यह भी लिखा कि इस संघर्ष में जानमाल का नुकसान होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है. इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने हमले की निंदा करते हुए लिखा कि हमले के पीछे जो लोग भी जिम्मेदार हैं उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए.



लोगों ने शरण ले रखी थी
मालूम हो कि यह हमला गाजा के अल-अहली अस्पताल में हुआ है. यह अस्पताल एंग्लिकन चर्च द्वारा संचालित किया जाता है. अस्पताल में पहले से तमाम घायल भर्ती थे, इसी बीच हमास-इजरायल में जारी युद्ध के चलते यहां हजारों लोगों ने शरण ले रखी थी. अधिकारियों का यह भी कहना है कि अस्पताल में हुए हमले में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. क्योंकि सैकड़ों लोग अभी मलबे में दबे हैं. उनके लिए रेस्क्यू चलाया जा रहा है. 


एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
उधर गाजा अस्पताल पर हुए हमले को लेकर WHO ने भी बयान जारी किया है और अस्पताल में सैंकड़ों लोगों के मारे जाने की निंदा की है. इसके साथ ही WHO ने इजरायल से अपने उस आदेश को वापस लेने की अपील की है जिसमें इजरायल की मिलिट्री ने अस्पतालों को खाली करने के आदेश दिया था. फिलहाल इस हमले को लेकर हमास ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है तो दूसरी तरफ इजरायल का कहना है कि अस्पताल पर जो बम गिरा वो हमास की ओर से ही चलाया गया बम था.