अमृतसर : अमृतसर के निरंकारी भवन में रविवार को हुए ग्रेनेड हमले मामले में पुलिस ने दो स्थानीय लड़कों को हिरासत में लिया है. पंजाब पुलिस दोनों ही लड़कों से पूछताछ कर रही है. बता दें कि सोमवार को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि इस घटना में लोकल लड़कों को हाथ हो सकता है.


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खालिस्तानी समर्थिक गुटों ने दिया ग्रेनेड
सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, रविवार को आश्रम में ब्लास्ट करने के लिए खालिस्तानी समर्थिक गुटों की तरफ से दोनों युवकों को ग्रेनेड मुहैया कराया गया होगा. वहीं, खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि कनाडा और यूके में रहने वाले खालिस्तानी समर्थित गुट पंजाब में दंगे फैलाने की कर रहे हैं. एजेंसियों को शक है यूएई के एक शूटिंग क्लब से खालिस्तानी गुट पंजाब में आतंक फैलाने की कर रहे हैं.


एनआईए टीम कर रही है मामले की जांच
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम रविवार की रात जांचकर्ताओं और विस्फोटक विशेषज्ञों के साथ मौके पर गई थी. उन्होंने पंजाब पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ भी चर्चा की. शहर के बाहरी इलाके में रविवार को बाइक सवार दो लोगों ने भीड़ पर ग्रेनेड फेंका. इस विस्फोट में एक उपदेशक सहित तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. रविवार को हुए इस हमले को पुलिस ‘‘आतंकवादी घटना’’ मानकर जांच कर रही है.


पुलिस ने बताया कि अमृतसर के राजा सांसी के समीप अदलीवाल गांव में निरंकारी भवन में निरंकारी पंथ के धार्मिक समागम के दौरान यह हमला हुआ. यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समीप है. घटना के समय निरंकारी भवन में महिलाओं समेत सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे, वहां समागम चल रहा था.