Pramod Krishnam On Congress: कांग्रेस पार्टी से निकाले जाने के बाद यूपी के दिग्गज नेता और प्रियंका गांधी के करीबी रहे आचार्य प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) का रिएक्शन सामने आया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस से तीखे सवाल पूछे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पूछा कि क्या राम का नाम लेना पार्टी विरोधी है. क्या राम मंदिर निर्माण का समर्थन करना पार्टी विरोधी है. क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना पार्टी विरोधी है. केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खरगे मेरी इस बात जवाब दें.


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प्रमोद कृष्णम का कांग्रेस पर निशाना


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल बताएं कि कौन सी गतिविधियां पार्टी विरोधी हैं? और उन्हें कब मेरी इन गतिविधियों के बारे में पता चला? क्या भगवान राम का नाम लेना पार्टी विरोधी है? क्या कल्कि धाम का शिलान्यास पार्टी विरोधी है? क्या सीएम योगी को कल्कि धाम के शिलान्यास में बुलाना पार्टी विरोधी है?



मुक्त करने के लिए कांग्रेस का धन्यवाद


कांग्रेस से निकाले जा चुके आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मुझे कल पता चला कि पार्टी से निकाल दिया गया है. एक लेटर भी जारी किया गया है, जिसमें लिखा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते मुझे निकाला गया है. मुझे पार्टी से 6 साल के लिए निकाला गया है. मैं कांग्रेस को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुक्त कर दिया.


पार्टी से निकाले जाने को बताया वनवास


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भगवान राम को भी 14 साल का वनवास मिला था. मैं भी रामभक्त हूं. मैं कांग्रेस का धन्यवाद देता हूं. उन्हें भी मुझे 6 साल की जगह 14 साल के लिए पार्टी से निकालना चाहिए था. कयास लगाए जा रहे हैं कि आचार्य प्रमोद कृष्णम बीजेपी में जा सकते हैं. वह पीएम मोदी और सीएम योगी दोनों से मिल चुके हैं. उन्हें कल्कि धाम के शिलान्यास का निमंत्रण दे चुके हैं.