नई दिल्ली: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शुक्रवार को कांग्रेस (Congress) पर कई सवाल खड़े किए. प्रशांत किशोर ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी से जुड़ी समस्याओं का कोई तुरंत समाधान नहीं हैं. ऐसे में लखीमपुर खीरी मामले से कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष के उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोगों को निराशा हो सकती है. 


'कांग्रेस से उम्मीद लगा रहे लोग निराश'


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किशोर (Prashant Kishor) ने ट्वीट करके कहा, ‘लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर देश की सबसे पुरानी पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के त्वरित और स्वाभाविक रूप से उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोग निराश हो सकते हैं. दुर्भाग्यवश सबसे पुरानी पार्टी में लंबे समय से घर कर चुकी समस्याओं और ढांचागत कमजोरियों का कोई त्वरित समाधान नहीं है.’



प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने यह टिप्पणी उस वक्त की है, जब कुछ हफ्ते पहले तक उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. उनकी इस टिप्पणी से लग रहा है कि उनके फिलहाल कांग्रेस (Congress) में शामिल होने की संभावना धूमिल हो गई हैं.


'जनता जिसे चाहेगा, वो राजनीति में आगे बढ़ेगा'


कांग्रेस ने उनकी टिप्पणी को ज्यादा तवज्जो नहीं देने का प्रयास करते हुए कहा कि राजनीति में जनता जिसे चाहेगी, वह आगे बढ़ेगा. पार्टी ने कहा कि इस समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं.


कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं किसी कंसल्टेंट की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा. राजनीति में सबको आगे बढ़ने का अधिकार है. जनता जिसे चाहेगी, वही आगे बढ़ेगा. जमीन पर जनता की लड़ाई राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लड़ रहे हैं.’


'राहुल-प्रियंका कर चुके लखीमपुर खीरी का दौरा'


बताते चलें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में प्रदर्शनकारी किसानों की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मौके पर जाते समय हिरासत में लिया गया था. वह दो दिनों तक पुलिस की अभिरक्षा में रहीं. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी.


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लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.


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