Prayagraj Girl: अक्सर आपने कंडोम के प्रचार करते हुए टीवी पर लड़कियों को देखा होगा, लेकिन रियल लाइफ में अगर लोगों को बीच में जाकर कोई युवती कंडोम की उपयोगिता और नफा नुकसान के बारे में बताए तो आप को थोड़ा आश्चर्य लगेगा. प्रयागराज में लॉ की पढ़ाई करने वाली एक युवती बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए खुद मैदान में उतर आई है और किस तरह कंडोम की उपयोगिता और जनसंख्या पर नियंत्रण किया जा सकता है,  इसके नफा और नुकसान के बारे में स्लम बस्तियों और लोगों के बीच में जाकर समझा रही है. 


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पॉकेट मनी से खरीदती हैं कंडोम


जनसंख्या पर रोक लगाने की मुहिम में शामिल अन्नपूर्णा मिश्रा अपने पॉकेट मनी से कंडोम खरीदती हैं. वह स्लम बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के बीच वितरित करके उन्हें जागरूक कर रही हैं. प्रयागराज की रहने वाली अन्नपूर्णा मिश्रा के पिता पेशे से वकील हैं तो अन्नपूर्णा मिश्रा एक प्राइवेट कॉलेज से लॉ की पढ़ाई कर रही हैं. प्रयागराज के कालिंदीपुरम इलाके में किराए के मकान में रहने वालीं अन्नपूर्णा मिश्रा भारत में बढ़ती जनसंख्या को लेकर काफी चिंतित हैं. 


इसको लेकर उन्होंने अपनी एक प्लानिंग तैयार की है, जिसके तहत उन्होंने आम लोगों और स्लम बस्तियों में जाकर कंडोम बांटने का मन बना लिया. हालांकि अन्नपूर्णा के इस मिशन में पैसे भी बीच में आ रहे थे. अन्नपूर्णा ने अपनी पॉकेट मनी से कुछ पैसे बचाकर कंडोम खरीदे और फिर स्लम बस्तियों में जाकर बांटना शुरू कर दिया.


अन्नपूर्णा जब पहली बार प्रयागराज के कीडगंज स्लम बस्ती में कंडोम बांटने गई तो स्लम बस्ती की महिलाएं संकोच करने लगीं, लेकिन अन्नपूर्णा ने उन्हें समझाते हुए कहा कि ये सब काम दीवार के पीछे होते हैं, आप शर्माए नहीं. क्योंकि कंडोम को इस्तेमाल ना करने से तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है. इसके इस्तेमाल से आप जनसंख्या पर नियंत्रण कर सकती हैं. कम बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दे सकती हैं. यही नहीं अन्नपूर्णा यह भी समझाती हैं कि बच्चे कम रहेंगे तो आप अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं. इसलिए आप लोग कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें, ताकि बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण रखा जा सके. 


(इनपुट-मोहम्मद गुफरान)


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