Prophet Remarks Row: इन दिनों पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी का विवाद काफी चर्चा में है. बीजेपी ने इस विवादित टिप्पणी पर पार्टी के प्रवक्ताओं को हटा दिया है. लेकिन इसके बाद भी ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. कई लोगों को लग रहा है कि बीजेपी की ये कार्रवाई काफी नहीं है. इस मामले में 15 से ज्यादा इस्लामिक देशों ने विवादित बयान की निंदा की है. इस बीच देश में भी कई लोग मोदी सरकार को घेर रहे हैं. अब इस मामले में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी अपनी राय रखी है.


'केवल बयान जारी करके जवाब देना नाकाफी'


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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हामिद अंसारी ने कहा है कि भारत के केवल बयान जारी करके इस्लामिक देशों के विरोध का जवाब देना नाकाफी है. इस मामले में ये काफी नहीं है कि विदेश मंत्रालय की तरफ से केवल स्पष्टीकरण जारी कर दिया जाए. इसे उचित राजनीतिक मंच के माध्‍यम से संभालना चाहिए था. उन्होंने कहा, ये मामला किसी एक व्यक्ति का नहीं है. इससे एक विशेष धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की आस्था प्रभावित हुई है. इससे दुनियाभर के मुस्लिमों पर असर पड़ा है तो ऐसी प्रतिक्रिया मिलना तय था. ये विरोध निश्चित था.


पीएम मोदी पर साधा निशाना 


उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के स्‍तर पर इस मुद्दे को हैंडल किया जाना चाहिए था. पीएम मोदी ने अभी तक इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा है.' उन्‍हें इस मुद्दे पर बोलना चाहिए था क्‍योंकि उनको पता है कि क्या बोलना है. मुझे उन्हें बताने की जरूरत नहीं कि वो क्या करें और न करें.'


बीजेपी प्रवक्ता ने की थी विवादित टिप्पणी


बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी. उनके इस टिप्पणी का वीडियो शेयर करते हुए नवीन जिंदल ने भी आपत्तिजनक ट्वीट किया था. इसके बाद से ही इस मामले ने तूल पकड़ लिया. देश की सभी विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरा, वहीं इस्लामिक देशों ने आपत्ति दर्ज कराना शुरू किया. 



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