Pune FTII News:  पुणे के फिल्म ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट इस समय एक बैनर की वजह से चर्चा में है. इस मामले में पुलिस ने डेक्कन पुलिस स्टेशन में स्टूडेंट एसोसिएशन के सात अधिकारियों पर  केस भी दर्ज किया है. दरअसल बैनर पर  Remember Babri Death of Constitution लिखा था. इसकी वजह से छात्रों के दो गुट आमने सामने आ गए. इस बैनर की वजह से एफटीआई कैंपस में जबरदस्त हंगामा हुआ था. छात्रों के दो गुटों में इस बैनर को लेकर कहासुनी भी हुई. 


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स्टूडेंट यूनियन का हिंदू संगठन पर आरोप

स्टूडेंट यूनियन के मुताबिक बैनर हटाने को लेकर को लेकर हिंदू समाज से जुड़े संगठन एफटीआई कैंपस में दाखिल हुए. वो इस बात पर विरोध दर्ज कर रहे थे कि इस तरह के बैनर लगाने का क्या मतलब है. इसे लेकर वादविवाद बढ़ गया.यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि हिंदू संगठन यह बात कह रहे थे कि जिस दिन राम लला का प्राण प्रतिष्ठा हो रही हो उसी तारीख को इस तरह के बैनर का क्या अर्थ है. अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर आप कुछ भी नहीं कर सकते. जब देश की सर्वोच्च अदालत ने इस पूरे मामले को 2019 में विराम दे दिया तो इस तरह के प्रदर्शन का मतलब क्या है.


क्या कहना है पुलिस का


इस पूरे मामले में जोन वन के डीसीपी संदीप सिंह गिल ने बताया कि एफटीआई कैंपस में जो बैनर लगाया गया था उसके बैकग्राउंड में बाबरी मस्जिद की तस्वीर लगी थी. इसकी जानकारी मिलने पर करीब आठ से 10 की संख्या में लोग कैंपस में दाखिल हुए और बैनर हटाने की मांग करने लगे. लेकिन स्टूडेंट यूनियन ने ऐतराज जताया. उसके बाद दोनों पक्षों में धक्कामुक्की होने लगी. घायल छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. हालांकि पुलिस ने यह साफ नहीं किया है कि छात्रों पर जो हमला हुआ है वो भीड़ में शामिल लोगों ने की थी. बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा मामले में दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी से भी विरोध का मामला सामने आया था. छात्र आरएसएस डाउन डाउन के नारे लगा रहे थे. इस मामले में जामिया प्रशासन का कहना है कि जांच की जा रही है.