Charanjit Singh Channi होंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री, आज 11 बजे होगा शपथग्रहण
पंजाब का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला हो गया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच चले लंबे मंथन के बाद नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग गई है. अब चरणजीत सिंह चन्नी कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह लेंगे.
चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) के नए मुख्यमंत्री (New CM) के नाम का ऐलान हो गया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद अब चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) पंजाब की कमान संभालेंगे. रविवार को कांग्रेस (Congress) की अंतरिक्ष अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई है. पंजाब प्रभारी ने ट्वीट करते हुए इसकी घोषणा की है.
सोमवार सुबह होगा शपथ ग्रहण
चरणजीत सिंह चन्नी ने शाम साढ़े 6 बजे गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) से मुलाकात करके विधायकों के समर्थन पत्र उनको सौंपे. गवर्नर हाउस से बाहर निकलने के बाद उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें वो पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. हालांकि उनके मंत्रिमंडल में किन-किन नए चेहरों को जगह मिलेगी इस बारे में उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. वहीं डिप्टी सीएम के बारे में पूछने पर उन्होंने शपथ ग्रहण तक का इंतजार करने के लिए कहा. इस दौरान सीएम बनने की जिद पर अड़े नवजोत सिंह सिद्धू भी चन्नी के साथ खड़े नजर आए. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है.
अंबिका सोनी ने दिया था सुझाव
सूत्रों के हवाले से खबर है कि पंजाब में सीएम पद के लिए कांग्रेस में इंटरनल वोटिंग हुई, जिसमें सुनील जाखड़ को सबसे ज्यादा वोट मिले. वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) दूसरे स्थान पर और परनीत कौर तीसरे स्थान पर रहीं. लेकिन पार्टी हाईकमान ने दलित चेहरे पर बड़ा दांव खेलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी. नए सीएम की रेस में अंबिका सोनी का नाम भी शामिल था. लेकिन उन्होंने खराब सेहत का हवाला देकर मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया था. उन्होंने सिख चेहरे को सीएम बनाने का सुझाव दिया था.
पंजाब में हैं 58 फीसदी सिख मतदाता
बताते चलें कि पंजाब में सिख धर्म को मानने वाले मतदाताओं और निवासियों की संख्या 58 फीसदी है. यानी ज्यादातर लोग सिख धर्म को मानते हैं. जबकि 38 फीसदी मतदाता हिंदू धर्म से ताल्लुख रखते हैं और दलित जनसंख्या 32 फीसदी है. इतना ही नहीं, पंजाब में भी अभी तक जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं, वो सभी सिख रहे हैं. सिर्फ तीन ही ऐसे मुख्यमंत्री आए जो हिंदू धर्म से थे. लेकिन पंजाब के सामाजिक ताना-बाना देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने अबकी बार एक ऐसे सिख नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया है जो दोनों खेमों को मंजूर है.
पंजाब कांग्रेस पर सीएम गहलोत का बयान
पंजाब के मामले पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, 'कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं और मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे. इसलिए ऐसे समय में हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है. हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी और देश हित में सोचना होगा.'
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