BJP के सवालों पर बौखलाए राहुल गांधी, बोले- जेपी नड्डा कौन हैं, क्या मेरे प्रोफेसर हैं?
इस साल पार्टी मुख्यालय में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की यह पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर जमकर हमला बोला. उन्होंंने कहा कि जेपी नड्डा मेरे प्रोफेसर नहीं हैं जिसे जवाब देना पड़ेगा. मैं उन्हें नहीं भारत की जनता को जवाब दूंगा.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (JP Nadda) के यह आरोप लगाने की निंदा की कि वह किसानों को भड़काते हैं. उन्होंने कहा कि 'जेपी नड्डा कौन हैं और मुझे उनकी बात का जवाब क्यों देना चाहिए. क्या वह मेरे प्रोफेसर हैं? मैं उन्हें नहीं, देश को जवाब दूंगा.'
इससे पहले नड्डा ने राहुल गांधी के खिलाफ एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे. अपने पहले ट्वीट में नड्डा ने कहा, 'अब जब राहुल गांधी अपनी मासिक छुट्टी से लौट आए हैं, तो मैं उनसे कुछ सवाल करना चाहूंगा. मुझे उम्मीद है कि वह आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब देंगे.
अपने दूसरे ट्वीट में नड्डा ने कहा, 'राहुल गांधी, उनके वंश और कांग्रेस चीन पर झूठ बोलना कब बंद करेंगे? क्या वह इस बात से इनकार कर सकते हैं कि अरुणाचल प्रदेश के हजारों किलोमीटर के पत्थर पंडित नेहरू के अलावा और किसी ने चीन को उपहार में नहीं दिया था? कांग्रेस चीन के सामने बार-बार आत्मसमर्पण क्यों करती है? कांग्रेस सरकारों के तहत किसान दशकों तक गरीब क्यों बने रहे? क्या वे केवल विपक्ष में रहने पर ही किसानों के लिए सहानुभूति महसूस करते हैं?'
नड्डा ने कहा, 'राहुल गांधी ने कोविड-19 के खिलाफ उत्साही लड़ाई में देश को ध्वस्त करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. आज जब भारत में सबसे कम मामले हैं और हमारे वैज्ञानिक एक टीका लेकर आए हैं, तो उन्होंने वैज्ञानिकों को बधाई क्यों नहीं दी और 130 करोड़ भारतीयों में से किसी एक की भी प्रशंसा क्यों नहीं की?'
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राहुल गांधी ने किया पलटवार
इसके बाद राहुल गांधी ने पलटवार करते हुए नड्डा पर निशाना साधा और कहा कि किसानों को सच्चाई का पता है. यह तो विचलित करने का एक प्रयास है. उनके दिल में क्या है, वे मेरे बारे में बोल ही चुके हैं. सरकार किसानों को विचलित करने की कोशिश कर रही है. सरकार उन्हें बात करने के लिए कह रही है और वार्ता 9 बार की गई है. किसानों को वास्तविकता पता है. राहुल गांधी क्या करते हैं, हर किसान को पता है.
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मैं सच्चा देशभक्त हूं, नड्डा से भी ज्यादा कट्टर
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भट्टा पारसौल में, नड्डाजी नहीं थे. भूमि अधिग्रहण के समय के दौरान भी, न तो नड्डाजी और न ही मोदीजी वहां थे. राहुल गांधी वहां थे. जब किसानों की भूमि का मामला था, तब कांग्रेस खड़ी थी. किसानों का कर्ज माफ करने के लिए कांग्रेस वहां खड़ी थी. हमारे पास चरित्र है. मैं मोदीजी या किसी और से नहीं डरता. मैं एक साफ-सुथरा व्यक्ति हूं. मैं एक देशभक्त हूं, और मैं अपने देश की रक्षा करता हूं और यह काम मैं करता रहूंगा, भले ही मुझे अकेले खड़े रहना पड़े. मैं उनसे ज्यादा कट्टर हूं.
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