Gas Cylinder Or Smoke Cans In Parliament: क्या लोकसभा में घुसे वो प्रदर्शनकारी गैस का सिलेंडर लेकर आए थे? आज दोपहर बाद यह सवाल उन लोगों के जेहन में गूंजने लगा, जो राहुल गांधी को टीवी पर सुन रहे थे. हां, जंतर-मंतर पर कांग्रेस नेता ने ऐसी बात कह दी कि लोग हक्का-बक्का रह गए. दरअसल, I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल पार्टियों के सांसदों के निलंबन के खिलाफ धरना देने पहुंचे राहुल ने कहा कि कुछ दिन पहले लोकसभा में घुसे प्रदर्शनकारी 'गैस का सिलेंडर' लेकर आए थे. क्या सच में उन युवाओं के पास गैस का सिलेंडर था जैसा राहुल कह रहे हैं या बात कुछ और है. इसे समझने से पहले जान लीजिए कि आज जंतर मंतर से राहुल ने कहा क्या है.


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बीजेपी के सांसद भग लिए...


सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल ने आज कहा कि पार्लियामेंट हाउस में 2-3 युवा जंप करके अंदर आ गए. जंप करते हुए हम सबने देखा. अंदर आए. थोड़ा धुआं फैलाया, बीजेपी के सांसद सब भग लिए... वो अलग बात है जो अपने आपको देशभक्त कहते हैं हवा निकल गई उनकी. वो टीवी पर आपको नहीं दिखा. वो हमें दिख रहा था पीछे से. खैर, सबसे पहली बात अंदर कैसे आए? सिक्योरिटी में चूक की बात हुई. सही है. अंदर कैसे आए, पार्लियामेंट के अंदर वो गैस का सिलेंडर ले आए. अगर गैस का सिलेंडर ला सकते थे तो कुछ और भी ला सकते थे. सिक्योरिटी ब्रीच का सवाल तो है लेकिन दूसरा सवाल यह है कि उन्होंने ये प्रोटेस्ट क्यों किया? उसका कारण क्या था? बेरोजगारी. देश में भयंकर बेरोजगारी है. इस देश का युवा आज रोजगार नहीं पा सकता है. 



अब बात 'सिलेंडर' की


संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन पिछले 13 दिसंबर को सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना घटी थी. लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी, देश लाइव देख रहा था तभी दर्शक दीर्घा से सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए. एक प्रदर्शनकारी बेंच पर भागता देखा गया. उन्होंने नारेबाजी करते हुए पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के बाद दोनों को पकड़ लिया गया. कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ते संसद भवन के बाहर दो अन्य लोगों (अमोल शिंदे और नीलम देवी) को गिरफ्तार किया गया. राहुल गांधी ने आज जिस सिलेंडर की बात की है वास्तव में वह 'केन' था. शुरुआती रिपोर्ट में साफ नहीं था लेकिन जब संसद परिसर में प्रदर्शनकारी धुआं कर रहे थे तो रिकॉर्ड किए गए वीडियो में सब कुछ साफ हो गया था. (नीचे वीडियो भी जरूर देखिए)


  • इसे स्मोक केन कहते हैं. यह दिखने में बेलनाकार और आसानी से हाथ में ली जा सकती है. 

  • दुनियाभर में इसे सिग्नल भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. 

  • कुछ रिपोर्टों में इसे स्मोक ग्रेनेड लिखा गया लेकिन यह सिलेंडर बिल्कुल भी नहीं था.

  • ऐसे में सवाल उठता है कि राहुल गांधी ने सिलेंडर कहां देख लिया क्योंकि सुनने से यह किचन में इस्तेमाल होने वाला सिलेंडर समझ में आता है जबकि यह बात हाथ में पकड़े जाने वाले केन की थी. जबान फिसल गई या केन को सिलेंडर बोल गए राहुल ही जानें.