भारत-चीन का संयुक्त बयान विपक्ष को नहीं आया रास, इन नेताओं ने उठाए सवाल
लद्दाख में सीमा विवाद दूर करने के लिए भारत और चीन की ओर से मॉस्को में जारी किए गए संयुक्त बयान पर विपक्षी नेता सवाल खड़े कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन हड़प ली है. भारत सरकार उस जमीन को कब वापस लेने जा रही है.
नई दिल्ली: लद्दाख में सीमा विवाद दूर करने के लिए भारत और चीन की ओर से मॉस्को में जारी किए गए संयुक्त बयान पर विपक्षी नेता सवाल खड़े कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन हड़प ली है. भारत सरकार उस जमीन को कब वापस लेने जा रही है.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि क्या वह लद्दाख में चीन द्वारा हड़पी गई जमीन को भी 'Act of God'बताकर पीछा छुड़ा लेगी? राहुल गांधी ने यह बयान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए दिया. निर्मला ने पिछले दिनों कहा था कि कोरोना महामारी एक दैवीय आपदा है. जिसने देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था को पीछे धकेल दिया है.
वहीं नेता असददुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कहा कि हमने दोनों देशों की ओर से जारी किया गया संयुक्त बयान देखा है. बैठक में विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ने चीन से लद्दाख में अप्रैल से पहले वाली स्थिति बहाल करने के लिए क्यों नहीं कहा. क्या वह भी अपने बॉस (पीएम मोदी) के इस तर्क से सहमत हो गए हैं कि कोई भी चीनी सैनिक हमारी सीमा में नहीं घुसा है?
सूत्रों के मुताबिक ओवैसी ने इस बयान के जरिए सीधी पीएम मोदी पर निशाना साधने की कोशिश की है. चीनी अतिक्रमण के मुद्दे पर हुई पहली सर्वदलीय ऑनलाइन बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी सीमा में न कोई घुसा है और न ही कोई अतिक्रमण हुआ है. उनके इस बयान पर देश में नाराजगी देखी गई थी.