बेगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 10 फरवरी से अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरु करेंगे. पार्टी ने चुनाव के बूथ स्तरीय प्रबंधन को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर आक्रामक अभियान की रुपरेखा खींची है. राहुल गांधी की यात्रा के बारे में बताते हुए कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वर ने कहा कि गांधी होसपेट में 10 फरवरी को एक रैली को संबोधित कर प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'राहुल के दौरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है'
परमेश्वर ने बताया कि अगले दिन वह बस से कोप्पाल, यादगिरि, रायचूर और कलबुर्गी जायेंगे. वह 12 फरवरी को भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाएंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार राहुल गांधी जनसभाओं को संबोधित करेंगे तथा लोगों से मिलेंगे. उनकी यात्रा को अंतिम रुप दिया जा रहा है.  जब उनसे पूछा गया कि क्या राहुल गांधी गुजरात चुनाव प्रचार अभियान की भांति ही कर्नाटक भी मंदिरों में जाएंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘यदि ऐसा होता है तो यह संयोग होगा और कोई नियमित योजना जैसा कुछ नहीं है.’’ इस आरोप का खंडन करते हुए कि कांग्रेस मंदिर दर्शन के माध्यम से नरम हिंदुत्व को अपनाने की योजना बना रही है, उन्होंने कहा, ‘‘हम समावेशी हिंदु हैं.’’ 


कर्नाटक में प्रचार के लिए मुस्लिम नेताओं को मैदान में उतारेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में विरोधी पार्टियों की ओर से किसी संभावित ध्रुवीकरण का मुकाबला करने के लिए चुनाव प्रचार में अपने मुस्लिम नेताओं को उतारने का फैसला किया है. पार्टी के एक नेता ने बताया कि कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने नेताओं और पदाधिकारियों से यह भी कहा है कि वे ऐसे किसी विमर्श से परहेज करें जिससे मतदाताओं का ध्रुवीकरण होता हो. कर्नाटक के अलावा कांग्रेस फिलहाल, पंजाब, मेघालय, मिजोरम और पुडुचेरी की सत्ता में है. मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होने वाला है.


'हमारे विरोधी ध्रुवीकरण की कोशिश कर सकते हैं'
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया, ‘‘इस बात की गुंजाइश है कि हमारे विरोधी ध्रुवीकरण की कोशिश करेंगे. जब वे ऐसा करते हैं तो ऐसे में अल्पसंख्यकों के नेतृत्व का दावा करने वाली एक क्षेत्रीय पार्टी ध्रुवीकरण में मदद के लिए सामने आती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के हालात से निपटने के लिए समुदाय के हमारे नेता चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे.’’ बहरहाल, इस नेता ने उन मुस्लिम नेताओं के नाम नहीं बताए जो कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगे.


कांग्रेस नेता ने नांदेड़-वाघला नगर निगम के चुनाव का हवाला दिया और कहा कि यह रणनीति पार्टी कर्नाटक में भी अपनाएगी. नांदेड़-वाघला नगर निगम के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम कुछ खास नहीं कर सकी और कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.