Rahul Gandhi: एक तरफ संसद में हुई धक्कामुक्की मामले में आज यानी सोमवार को घायल सांसदों से पूछताछ होने की उम्मीद है, वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज ही महाराष्ट्र के परभणी दौरे पर जाएंगे. उनके दोपहर 2.45 बजे परभणी पहुंचने और उसी शाम 5.15 बजे नांदेड़ से नई दिल्ली के लिए रवाना होने की उम्मीद है. उनके साथ महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी होंगे. हालांकि भाजपा ने राहुल गांधी के इस दौरे को 'नौटंकी' करार दिया है.


परभणी क्यों जा रहे हैं राहुल गांधी?


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राहुल गांधी इस महीने की शुरुआत में परभणी में हुई हिंसा में मारे गए दो लोगों के परिवारों से मिलेंगे. मराठवाड़ा क्षेत्र में मौजूद परभणी शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की प्रतिकृति को 10 दिसंबर की शाम को क्षतिग्रस्त किये जाने के बाद हिंसा भड़क उठी थी. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के ज़रिए शेयर किए गए कार्यक्रम के मुताबिक गांधी आंबेडकरवादी सोमनाथ सूर्यवंशी और विजय वाकोडे के परिवार वालों से मुलाकात करेंगे. सूर्यवंशी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी और वाकोडे की विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के दौरान मृत्यु हो गई थी. आरोप लगाए गए हैं कि सूर्यवंशी की पुलिस हिरासत में हत्या की गई. 


भाजपा ने बताया 'नौटंकी'


प्रदेश भाजपा प्रमुख और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राहुल गांधी के दौरे को 'नौटंकी' करार दिया. उन्होंने पत्रकारों से कहा,'ऐसी नौटंकी करने के बजाय इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि रचनात्मक तरीकों से समाज को कैसे लाभ पहुंचाया जा सकता है. भाजपा और राज्य सरकार समाज और सभी समुदायों को एकजुट रखने के लिए प्रतिबद्ध है.' इसके अलावा हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने हाल में राज्य विधानसभा में कहा कि सूर्यवंशी ने मजिस्ट्रेट को बताया था कि उन्हें प्रताड़ित नहीं किया गया और सीसीटीवी फुटेज में भी क्रूरता का कोई सबूत नहीं दिख. फडणवीस पहले ही परभणी हिंसा की न्यायिक जांच का ऐलान कर चुके हैं. साथ ही राज्य सरकार मरने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है.


शरद पवार ने भी की मुलाकात


इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने भी परभणी में सोमनाथ सूर्यवंशी के परिजनों से भी मुलाकात की. पवार ने कहा,'शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल क्यों किया गया? यह स्वीकार्य नहीं है.' सरकार की तरफ से दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर पवार ने कहा,'मुआवजे से किसी की जिंदगी वापस नहीं आ सकती और न ही परिवार का दुख दूर हो सकता है. उनके बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी हमारी है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इंसाफ की इस लड़ाई में वे अकेले न हों.'