Ajmer: अभी अजमेर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने की कोशिशों में लगा हुआ है. लेकिन इस बीच जिले में ब्लैक फंगस (Black Fungus) नामक बीमारी ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया. इस गंभीर बीमारी के दो मरीजों में होने की पुष्ठि के साथ ही दो संदिग्ध मरीज भी सामने आए हैं जबकि ब्लैक फंगस के चलते अजमेर के एक मरीज की मौत जयपुर के अस्पताल में होने की बात सामने आ रही है. 


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दरअसल, अजमेर संभाग के सबसे बड़े राजकीय जेएलएन हॉस्पिटल (JLN Hospital) में ब्लैक फंगस के मरीजों की पुष्ठी के बाद अस्पताल प्रशासन ने इसके इलाज की व्यवस्थाओं को जुटाना शुरू कर दिया है. जेएलएन अस्पताल में फिलहाल 8 क्यूबिक रूम ब्लैक फंगस के लिए आरक्षित रखे गए हैं. यहां इस रोग के मरीजों के उपचार की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. इस बीमारी के इलाज के लिए सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता के दावे जेएलएन अस्पताल प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं. 


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हॉस्पिटल प्रशासन के अनुसार, अभी तक अधिकृत रूप से दो मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्ठि हुई है, जिसमें से एक मरीज का बुधवार को ऑपरेशन किया गया था. इसी के साथ दो मरीजों को जेएलएन हॉस्पिटल में ब्लैक फंगस का संदिग्ध मरीज मानते हुए भर्ती किया गया है. साथ ही, अराई कस्बा निवासी एक शिक्षक की ब्लैक फंगस से मौत की बात भी सामने आ रही है.


रामेश्वर प्रसाद सिंह को कोरोना पॉजिटिव मानते हुए जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. यहां इलाज के दौरान उनमें ब्लैक फंगस के लक्ष्ण पाए जाने पर उन्हें पांच दिन पहले जयपुर रेफर किया गया था. जानकारी के अनुसार, रामेश्वर प्रसाद सिंह ने गुरुवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 


(इनपुट-मनवीर सिंह चुड़ावत)