Ajmer: अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की सालाना उर्स के दौरान शाहजहानी मस्जिद में नारेबाजी के बाद उपजे विवाद को लेकर दरगाह कमेटी ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. इस मामले में पुलिस ने फुटेज के आधार पर हंगामा करने के साथ ही मारपीट करने वाले लोगों को चिन्हित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.


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अजमेर एडिशनल एसपी विकास सांगवान ने बताया कि दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स के दौरान महाना छठी की मध्यरात्रि को गुसल की रस के बाद अज्ञात लोगों ने शाहजनी मस्जिद में प्रतिबंधित नारेबाजी शुरू कर दी थी. जिसे लेकर अजमेर दरगाह के खादिम समुदाय द्वारा विरोध जताया गया और इस विरोध के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होने पर बात मारपीट और हंगामे तक पहुंच गई. जिसे लेकर पुलिस ने मामले को शांत करवाया.


इस दौरान कुछ लोगों के चोट भी आई हैं. इस संबंध में पुलिस ने अब दरगाह कमेटी की ओर से दी गई. शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया है और वीडियो फुटेज के आधार पर सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि कौन से नारे यहां लगाए जा रहे थे और वह नारे लगाने वाले कहां से थे इस संबंध में पुलिस अपनी तफ्तीश में जुटी जल्द ही इस में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.


बता दें कि भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में चादर पेश किया गई. इस दौरान पाकिस्तानी जायरीन के द्वारा जुलूस के दौरान भारत और पाकिस्तान का झंडा भी हाथ में लहराया गया और यह बताया गया कि दोनों ही देशों के बीच आपसी भाईचारा और सद्भाव बना रहना चाहिए इसकी दुआ भी ख्वाजा गरीब नवाज की गई.


 


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