Ajmer: अजमेर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने के बाद घायल दलित युवक ने जेएलएन अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. मामले की सूचना पर दलित समाज लामबंद हो गया है और इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी का मुआवजा सरकारी नौकरी देने की मांग की जा रही है. परिजनों का आरोप है कि गेगल थाना क्षेत्र के नरवर इलाके में रहने वाला रोहित पेट्रोल पंप पर काम करता था.


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 70 फीसदी शरीर झुलस गया
इसी दौरान पैसे नहीं देने की बात पर 10 मई को मालिक रासबिहारी पाराशर और उसके साथियों से विवाद हो गया और इसके बाद सभी ने मारपीट कर रोहित पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी जिसके कारण वह 70 पर्सेंट तक झुलस गया और इस को जेएलएन अस्पताल के 1 वार्ड में भर्ती कराया गया. जहां लगातार वह तड़पता रहा और जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा. लेकिन गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.


 इस मामले की जानकारी मिलने पर परिजनों के साथ ही ग्रामीणों और दलित समाज ने इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग भी की जा रही है.


दलित समाज में गुस्सा
 वहीं, गेगल थाना पुलिस के साथ ही क्रिश्चियन गंज और पुष्कर थाना पुलिस का जाब्ता जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में तैनात किया गया है परिजनों से समझाइश की जा रही है. जिससे कि वह पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूर्ण कर इस मामले में अग्रिम कार्रवाई कर सकें वहीं परिजनों ने गिरफ्तारी नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया है.घटना के बाद जेल अस्पताल में लगातार दलित समाज के लोग एकत्रित हो रहे हैं, जिसे लेकर पुलिस ने भी अतिरिक्त जाब्ता लगाया है.


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