Ajmer news: राजस्थान के अजमेर जिले में पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार पर वीरता और शौर्य का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया. देवनानी ने कहा कि तुष्टिकरण की नीति में डूबी हुई गहलोत सरकार अकबर को महान मानती है और महाराणा प्रताप के शौर्य को नजरअंदाज करती है. देवनानी ने कहा कि भाजपा शासन काल में प्रथम विश्व युद्ध के नायक मेजर दलपत सिंह के साहस शौर्य और बलिदान को सम्मान देते हुए नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनाने के लिए उनके पाठ को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था.


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 लेकिन सरकार बदलने के साथ ही कांग्रेस राज ने मेजर दलपत सिंह के बहादुर और शौर्य से जुड़े पाठ को पाठ्यक्रम से हटा दिया. देवनानी ने वादा किया की भाजपा सरकार आने पर मेजर दलपत सिंह के शौर्यपूर्ण पाठ को वापस से पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा. देवनानी ने 23 सितंबर के मेजर दलपतसिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन भी किया. रविवार को लक्ष्मी नयन समारोह स्थल पर आयोजित उत्तर विधानसभा क्षेत्र के प्रगतिशील राजपूत सभा और रावना राजपूत समाज के स्नेह मिलन समारोह में देवनानी ने यह बात कही. देवनानी ने कहा कि राजपूत समाज का इतिहास वीरता और शौर्य से भरा हुआ है. 


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आजादी के आंदोलन से लेकर अब तक समाज ने ऐसे अनगिनत वीर बहादुर साहसी पैदा किए हैं जिन्होंने मातृभूमि की सेवा और रक्षा में अपने प्राणों की भी परवाह किए बिना काम किया है. देवनानी ने कहा की रावणा राजपूत गौरवशाली क्षत्रिय वर्ग का यह समाज है, जो देश-प्रेम, त्याग, वीरता, मर्यादा, प्रियता एवं देश सेवा भाव के कारण अपना अलग अस्तित्व रखता है.