बिना तैयारी आनासागर झील का गेट खोला, ब्रह्मपुरी के इलाकों को डुबा रहा प्रशासन- देवनानी
Ajmer News: पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने जिला प्रशासन गंभीर आरोप लगाए हैं. देवनानी ने कहा कि बिना किसी पूर्व तैयारी और बंदोबस्त के आनासागर झील के चैनल गेट खोलकर ब्रह्मपुरी और आसपास के इलाको को पानी में डुबाया जा रहा है.
Ajmer: पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने जिला प्रशासन पर बिना किसी पूर्व तैयारी और बंदोबस्त के आनासागर झील के चैनल गेट खोलकर ब्रह्मपुरी और आसपास के इलाको को पानी में डुबाने का आरोप लगाया है. देवनानी ने रविवार को प्रभावित ब्रह्मपुरी और काला बाग इलाके का दौरा किया और वहां व्यापत अव्यवस्थाओं और लापरवाही को देखा.
देवनानी ने स्थानीय लोगो से मुलाकात कर उनकी समस्याएं भी सुनी. देवनानी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया की जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी जा रही हैं. जनता सड़कों पर हैं और अधिकारी जनता द्वारा समस्याओं को लेकर किए जा रहे फोन नो रिप्लाई कर रहे हैं. देवनानी ने कहा की ब्रह्मपुरी के लोगो ने शनिवार की पूरी रात पानी के खौफ में जागकर बिताई है जिसके लिए प्रशासनिक असक्ष्मता जिम्मेदार है.
गलियों में भरा आनासागर झील का पानी
देवनानी ने कहा की शनिवार शाम आनासागर झील के पानी की निकासी को बढ़ाने का फैसला लेते हुए प्रशासन ने जिस तरह से बिना किसी पूर्व तैयारी के एकदम से मिट्टी के कट्टे लगाकर बजरंगढ़ से लेकर महावीर सर्कल तक के रास्ते को बंद किया और बाद में पानी निकासी से ब्रह्मपुरी की कई गलियों में घुटने तक का पानी आ गया वो प्रशासन की नासमझी और जल्दबाजी में लिए गए फैसले का प्रतीक है. देवनानी ने ब्रह्मपुरी नाले की मरम्मत के लिए स्वीकृत 19 करोड़ रुपए की राशि के उपयोग पर भी सवाल खड़े किए और कहा की नाले की मरम्मत नहीं की गई तो वो पैसा कहा खर्च हुआ इसकी भी जांच होनी चाहिए.
अधिकारी कर रहे भ्रष्टाचार
अधिकारी जमकर भ्रष्टाचार कर रहे है और जनता को अपने हाल पर छोड़ रखा है. आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी फोन नही रिसीव करते है. ब्रह्मपुरी नाले की सफाई का काम ही शुरू नही किया गया जिसके चलते आज यह हालत हुए है. देवनानी ने कहा की स्मार्ट सिटी के तहत मिले बजट का पैसा कहा खर्च हुआ इसकी पड़ताल की जानी चाहिए. मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के बावजूद भी जिला प्रशासन नही चेता और जगह जगह से क्षतिग्रस्त नाले की मरम्मत नहीं हुई जिसके कारण मिट्टी के कट्टे लगाकर पानी के कटाव को रोकने की नाकाम कोशिश की गई.
Reporter- Abhijeet Dave
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