Ajmer news: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम विराजमान होने जा रहे है. इस हेतु अयोध्या में 22 जनवरी से 24 फरवरी 2024 तक अनुष्ठान का आयोजन होने जा रहा है. इससे पूर्व संपूर्ण भारतवर्ष में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल की ओर से शौर्य जागरण यात्रा का आयोजन किया जा रहा हैं. इसी क्रम में विहिप के चितौड प्रांत की ओर से 15 से 25 सितंबर तक विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल की ओर से शौर्य जागरण यात्रा निकाली जा रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उक्त यात्रा 18 सितंबर को ब्यावर पहुंचेगी. यात्रा के ब्यावर पहुंचने पर भव्य स्वागत तथा होने वाली धर्मसभा को सफल बनाने हेतु विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल ब्यावर की ओर से सूरजपोल गेट स्थित श्री प्रसन्न गणपति मंदिर में भगवान गणपति को प्रथम निमंत्रण पत्र देकर धर्मसभा को सफल बनाने हेतु भागवान गजानंद से प्रार्थना की. इस मौके पर मंदिर महंत फतहगिरी महाराज के सानिध्य में शौर्य जागरण यात्रा हेतु पोस्टर का विमाचन किया गया. इस दौरान उपस्थित सदस्यों ने भगवान गणपति के जयकारे लगाकर वातावरण को धर्ममयी बना दिया.


 इसके पश्चात शौय जागरण यात्रा में अधिक से अधिक संख्खया में शहरवासी भाग लें, इसके लिए शहरवासियों को यात्रा से संबंधित पंम्पलेट एवं पीले चांवल देकर उन्हे इस पुनीत कार्य में शामिल होने का आग्रह किया. शौर्य जागरण यात्रा के 18 सितंबर को ब्यावर में अजमेर रोड फतहपुरिया बगीची पहुचने पर भव्य स्वागत किया जाएगा. इसके पश्चात यात्रा फतहपुरिया बगीची से आरंभ होकर शहर के अजमेरी गेट, भारत माता सर्किल, लोहारान चौपड, से चांग गेट गांधी सर्किल से होकर चमन चौराहा, सनातन स्कूल मार्ग से मुंह बोले महादेव मंदिर, गुर्जर गोड छात्रावास से ब्रहम्मानंद जी की बगीची से होते हुए आशापुरा माता धाम परिसर पहुचकर धर्म सभा में परिवर्तित होगी. 


यह भी पढ़े- बारां में उपद्रव के आरोप कांग्रेस नेता नरेश मीणा गिरफ्तार, पुलिस ने खोली हिस्ट्रीशीट


इस पावन ओर पवित्र कार्य हेतु विश्व हिंदू परिषद तथा बजरंगदल ने शहरवासियों से अधिक से अधिक संख्खया में भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया है. पोस्टर विमाचन के दोरान गणपत बालोटिया, लक्ष्मण सिंह पंवार, राजीव मिश्रा, हनुमान बन्ना, शैलेश सोनी, लक्ष्मण सोनी, हिमांशु साहू, करण सिंह, कुणाल बन्ना, देवराज गहलोत, नाहर सिंह, नन्दू खामेचा, पायल लेश्करी, भूमिका मेवाडा, पायल सेन, हिमांशी सेन, महावीर तथा पंकज आदि मौजूद रहे.