Ajmer news: श्री विश्वकर्मा प्रबंध कार्यकारिणी समिति द्वारा मनमाने तरीके से अपना कार्यकाल एक साल आगे बढ़ाने का मामला सामने आया है. श्री विश्वकर्मा प्रबंध कार्यकारिणी समिति के पदाधिकारियों ने पूर्व कार्यकारिणी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए सोमवार को उपखंड अधिकारी तथा विशेषाधिकारी को एक ज्ञापन दिया. इस दौरान बडी संखया में एकत्रित जांगिड समाज के लोग विशेषाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने अपनी बात रखते हुए एक ज्ञापन दिया.


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समाज की ओर से दिए गए ज्ञापन में श्री विश्वकर्मा प्रबंध कार्यकारिणी समिति के मंत्री अशोक कुमार ने बताया कि श्री विश्वकर्मा प्रबंध समिति ब्यावर के अध्यक्ष हनुमान बरडवा के नेतृत्व में गठित कार्यकारिणी का पिछला कार्यकाल 31 मार्च 2023 को समाप्त हो गया था. लेकिन पूर्व संरक्षक मण्डल की अनुशंसा पर प्रधान का कार्यकाल अवैध रूप से एक वर्ष बढाया गया जो कि गलत है, जब की कार्यकाल बढ़ाने के लिए संविधान के अनुसार आम सभा की स्वीकृति आवश्यक होती है आम सभा में ही समाज द्वारा निर्णय लिया जाता है कि कार्यकारिणी का कार्यकाल आगे बढाया जाये या नही.


 मंत्री अशोक कुमार ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष के इस कृत्य से समाज में रोष व्याप्त है. ज्ञापन में बताया कि समस्त जांगिड ब्राह्मण समाज ब्यावर द्वारा 20 दिसम्बर 2022 को एक आम सभा बुलाई गई. जिसमें समाज द्वारा पूछे गए आय व्यय विवरण व बैंक खाते का हिसाब पूछा गया जिसका जवाब संतुष्टिपूर्ण नहीं दिया गया एवं आमसभा को छोडक़र चले गये.


 बिना सभापति की अनुमति के बार-बार समाज द्वारा आग्रह करने पर भी चलती सभा में नही आये अत: समस्त समाज बन्धुओ ने इसे समाज की अवमानना मानते हुए कमेटी को भंग कर दिया गया एवं संस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए 23 दिसबंर 2022 को कार्यवाहक प्रधान के रूप में आम सभा में सर्वसम्ममति से शम्ंभूलालजी लेखरा को चुना गया. ज्ञापन में बताया गया कि नवनियुक्त अध्यक्ष शंम्भूलालजी लेखरा द्वारा बार-बार सूचित करने पर भी पूर्व कमेटी ने हिसाब खर्च जमा एवं समाज की सम्ंपत्ति के दस्तावेज नहीं दिये. 


इस दरमियान पूर्व प्रधान हनुमान बरडवा का देवलोक गमन हो गया. जिसके बाद से पूर्व मंत्री ने मनमाने तरीके से स्वयं को संस्था का अध्यक्ष घोषित कर दिया एवं झूठे तरीक से समाज द्वारा सर्वसममति से चुने गए अध्यक्ष के विरूद्व न्यायालय में मामला दर्ज करा दिया. जिससे समाज में भारी रोष व्याप्त है. ज्ञापन में समाज के लोगों ने समाज में इस प्रकार का कृत्य करने वालों के खिलाफ सखत कार्यवाहीं कर समाज को टूटने से बचाने की मांगह की है.