ब्यावर: अजमेर के ब्यावर नगर परिषद में एक मामले को लेकर हंगामा होगया. फायर एनओसी को लेकर विगत कई दिनों से चक्कर काट रहे पीड़ित पक्ष ने गुरुवार को नगर परिषद के कर्मचारी पर अपने कक्ष में एक एसी और इन्वरर्टर लगाने की मांग करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया.


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इस दौरान जेईएन के कक्ष में हाथापाई तक की नौबत आ गई. पीड़ित पक्ष की ओर से अभद्र भाषा का भी उपयोग किया गया. हंगामे की जानकारी मिलते ही नगर परिषद के कई कर्मचारी तथा पार्षद जेएईन के कक्ष में पहुंचे तथा हंगामा कर रहे पक्ष के लोगों को कक्ष से बाहर लाकर उन्हें समझाते हुए मामले को शांत करने का प्रयास किया.


मामले को लेकर जेएईन पक्ष के लोग आयुक्त विकास कुमावत के कक्ष में पहुंचे तथा अपना-अपना पक्ष रखा. जानकारी के अनुसार 2 दिसंबर को बाड़ी घाटी में लगी आग में नून्द्रीमालदेव निवासी शंकरलाल मेघवाल का एक ट्रेलर संखया आरजे-36-जीए 4946 भी जल गया था. बीमा क्लेम के लिए ट्रेलर मालिक शंकरलाल ने नगर परिषद में फायर एनओसी के लिए आवेदन किया था.


फायर अधिकारी लक्ष्मीनारायण भाटी तथा जेईएन अंजूमन अली अंसारी से सोमवार को संपर्क किया, तो उन्होंने गुरुवार को आकर एनओसी ले जाने की बात कही. पीड़ित ने बताया इस दौरान फायर अधिकारी भाटी ने उससे कमरे में एक एसी तथा इन्वरर्टर लगवाने की मांग की. इस पर पीड़ित ने असमर्थता जताते हुए 5 हजार देने की पेशकश की. नगर परिषद से फायर एनओसी के लिए चक्कर काटने से परेशानत ट्रेलर मालिक शंकरलाल गुरुवार को अपने परिचित पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विरेन्द्रसिंह रावत के साथ नगर परिषद पहुंचा.


 गुरुवार सुबह नगर परिषद पहुंचे विरेन्द्रसिंह रावत तथा शंकरलाल ने फायर एनओसी के लिए लक्ष्मीनारायण भाटी से मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया. इस पर पीड़ित शंकरलाल मेघवाल ने इसकी शिकायत उनके उच्चाधिकारी जेईएन अंजूमन अली अंसारी को शिकायत की तो उन्होंने एक बार फिर 28 दिसबंर को आकर ही फायर एनओसी ले जाने की बात कहते हुए उन्हें टरका दिया.


 इस बात की जानकारी जब विरेन्द्रसिंह रावत को हुई को उन्हें जेएईन अंसारी के कक्ष में पहुंच कर उनसे इस संदर्भ में बातचीत की तो उन्होंने एक बार फिर 28 दिसबंर को ही एनओसी देने की बात दोहराई. इस पर विरेन्द्रसिंह रावत ने जब जेएईन अंसारी को पीड़ित को नाजायज तंग परेशान करने की बात कहीं तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई.


 कहासुनी के दौरान दोनों पक्षों की और से अभद्र भाषा का भी उपयोग किया गया. काफी देर तक चली गहमागहमी के बाद आयुक्त विकास कुमावत के हस्तक्षेप के बाद पीडि़त ट्रेलर मालिक को एनओसी जारी की गई. आयुक्त विकास कुमावत ने बताया कि संबंधित कर्मचारी के आज अवकाश पर होने तथा फाइल उनकी अलमारी में होने के कारण यह मामला हुआ है.


Reporter-Dilip Chouhan