अजमेर : शिक्षक लापरवाह, गुस्साए ग्रामीणों और पार्षद ने स्कूल पर जड़ा ताला
अध्यापक 7:30 का टाइम होने के बावजूद 8:00 से 8:30 बजे तक पहुंच रहे हैं. जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. इसके अलावा उर्दू विषय को लेकर भी मांग की गई थी, लेकिन इस विषय में भी कोई चर्चा तक नहीं की गई ऐसे में बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
Ajmer: राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जोर से आवास पर ग्रामीणों के साथ ही स्थानीय पार्षद ने ताला लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया. कई घंटों तक स्कूल में प्रवेश बंद रहा जिसकी सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल को 12वीं तक कर दिया गया, इसके बावजूद भी 12वीं कक्षा में एडमिशन नहीं लिए जा रहे.
शिक्षक लापरवाह
साथ ही स्कूल में आने वाले अध्यापक 7:30 का टाइम होने के बावजूद 8:00 से 8:30 बजे तक पहुंच रहे हैं. जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. इसके अलावा उर्दू विषय को लेकर भी मांग की गई थी, लेकिन इस विषय में भी कोई चर्चा तक नहीं की गई ऐसे में बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
इसी समस्या को लेकर ग्रामीणों और पार्षद ने स्कूल पर ताला जड़कर अपना विरोध जाहिर किया इस मामले की सूचना पर शिक्षा विभाग की अतिरिक्त अधिकारी सेकेंडरी वीणा अग्रवाल मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ ही पार्षद से इस विषय में बातचीत की गई. जिसमें 7 दिन का समय मांगा गया जिससे कि उनकी मांगों पर विचार विमर्श करते हुए उच्चाधिकारियों से संवाद किया जा सके.
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उर्दू विषय की गई मांग
शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद स्कूल का ताला खोल दिया गया और चेतावनी दी गई कि यदि 7 दिन के भीतर भी इन सभी मांगों को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जाता है और स्कूल में शिक्षक सही समय पर नहीं आते हैं तो फिर एक बार फिर ताला जड़ते हुए कलेक्ट्रेट पर धरना दिया जाएगा.
पार्षद का कहना है कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं और उर्दू विषय की मांग की गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में इसे लेकर रोष व्याप्त है.
Reporter: Ashok Bhati
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