Beawar: नदी में महिला के कूदने की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन और अग्निशमन दल की बेवजह परेड हो गई. करीब दो घंटे तक नदी में महिला को ढूंढ़ने के बाद पता चला की जिस महिला को नदी में ढूंढा जा रहा है असल में वो अपने रिश्तेदार के घर सुरक्षित है.


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यह पूरा मामला महिला की चप्पल से शुरु हुआ. छावनी नदी के पास किसी राहगीर ने नदी के पास चप्पल पड़ी हुई देखीं, जिससे आस-पास के लोगों ने नदी में किसी के डूबने की आशंका जताई. इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक परिजन ने नदी के पास रखी चप्पलें परिवार की ही महिला की होना बताया. ऐसे में महिला के नदी में डूबने के शक के चलते सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई. थोड़ी ही देर में सदर थाना पुलिस भी मौके पर पहूंची. करीब दो घंटे तक महिला को नदी में ढूंढ़ने के लिए अग्निशमन दल कार्मिकों ने हरसंभव कोशिश की. इसी दौरान किसी ने सूचना दी कि जिस महिला को ढूंढा जा रहा है वह अपने रिश्तेदार के घर पर सुरक्षित है. तब कहीं जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली. जानकारी के मुताबिक छावनी फाटक बाहर कैलाश कॉलोनी निवासी अनीता पत्नी रोशन ग्वाला की परिवार में बच्चों को लेकर किसी बात पर देवरानी से आपसी झगडा हो गया था.


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झगड़े के बाद महिला घर से निकल गई. इसी दौरान नदी के पास महिला ने चप्पलें छोड़ दीं और वहां से अपने रिश्तेदार के यहां चली गई. हालांकि झगड़े के पीछे मुख्य कारण या नदी के पास चप्पल छोड़ने का स्पष्टिकरण महिला द्वारा नहीं दिया गया. इस दौरान नदी के पास भीड़ जमा हो गई. नदी के किनारे रखी चप्पलों को भी महिला के परिजनों द्वारा ही पहचाना गया और डूबने की आशंका व्यक्त की. ऐसे में घर में झगड़ा, नदी किनारे चप्पलों का होना और महिला के रिश्तेदार का चला जाना, इसी बीच प्रशासन द्वारा नदी में महिला को दो घंटे तक ढूंढने का घटनाक्रम दिन भर चर्चा में बना रहा. इस मौके पर हेड कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह, महेन्द्र कुमार, अशोक कुमार व अग्निशमन दल से ताराचंद भट, श्रवण और कार्मिक मौजूद रहे.


Reporter- Dilip Chouhan


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