Pushkar News : अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में अब देर शाम होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत की संस्कृति की झलक देशी-विदेशी पर्यटकों को देखने मिल रही है. मेला मैदान के स्टेडियम में रात में पर्यटन विभाग की ओर से उतरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र और पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के 8 राज्यों के सांस्कृतिक विरासत से जुड़े गीत संगीत कार्यक्रम में समा बांध दिया.


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देश के 8 राज्यों से आए कलाकारों ने दी प्रस्तुति
पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के भगवान शिव की आराधना के गीत संगीत कार्यक्रम में हुए. हरियाणा की संस्कृति में शुभ कार्य, शादी विवाह, फसल कटाई पर प्रचलित भगवान शिव की आराधना पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी गई. हिमाचल के कलाकारों ने शिव तांडव के जरिए दर्शकों का मन मोह लिया. कश्मीर से आई नृत्यांगनाओ ने कश्मीरी गीत भूमरो श्याम रंग भूमरो पर शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया. राजस्थान के कलाकारों ने चरी नृत्य की प्रस्तुति दी. वहीं पंजाब के कलाकारों ने पगड़ी पहन कर ढोलक की थाप पर अपना पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया. महाराष्ट्र के कलाकारों ने लावणी के जरिए महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को साझा किया. वही देवभूमि उत्तराखंड से आए कलाकारों ने गढ़वाली लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर देवभूमि की महक तीर्थ नगरी तक पहुंचाई.


प्रत्येक राज्य से आए कलाकारों ने दी लाइव म्यूजिक परफॉर्मेंस
पर्यटन विभाग की तरफ से आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की खास बात ये रही कि 8 राज्यों से आए अलग-अलग कलाकार अपने साथ अपने प्रदेश के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ पुष्कर पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने स्टेज पर ही लाइव म्यूजिक की परफॉर्मेंस दी. जिस पर विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने जमकर पैर थिरकाए.


देसी विदेशी पर्यटक ने लिया कार्यक्रम का लुत्फ
पुष्कर मेला मैदान में आयोजित हुए कार्यक्रम में देसी विदेशी पर्यटक कार्यक्रम का लुत्फ लेते नजर आए.  सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान आयोजन स्थलों को विभिन्न दीर्घाओं में बांटा गया. विदेशी सैलानियों के लिए कार्यक्रम स्थल पर बैठने की अलग से व्यवस्था की गई. इस दौरान मेला मजिस्ट्रेट और उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल, तहसीलदार संदीप चौधरी, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त निदेशक अजमेर संजय जोहरी मौजूद रहे. 


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