सावधान! बच्चों को स्कूल भेज रहे या मौत के मुंह? जानकारी के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
नसीराबाद के निकट दिलवाडा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर द्रुतगति से दौड़ते वाहनों के बीच से जान जोखिम में डालकर छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर है.
Nasirabad: नसीराबाद के निकट दिलवाडा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर द्रुतगति से दौड़ते वाहनों के बीच से जान जोखिम में डालकर छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर है. हर पल दुर्घटना की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों ने इस स्थान पर अंडरपास बनाने की भी आवाज उठा रखी है.
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 की 6 लाइन हाईवे पर दिलवाड़ा गांव स्थित है. इस दिलवाड़ा गांव की आबादी हाईवे के सड़क मार्ग के एक तरफ बसी हुई है. वहीं हाईवे सड़क मार्ग के दूसरी तरफ स्कूल, ग्राम पंचायत, पशु चिकित्सालय, कोऑपरेटिव, चरागाह भूमि आदि स्थित है.
इस गांव के स्कूल में लगभग 500 बच्चे अध्ययनरत है जोकि प्रतिदिन 6 लाइन हाईवे पर तेज गति से दौड़ते वाहनों के बीच से निकलकर स्कूल पहुंचते हैं. इन बच्चों की सुरक्षा के लिए कई बार ग्रामीण, अभिभावक और शिक्षकगण लाल झंडी हाथ में लेकर और लाल रस्सी हाईवे पर लगाकर वाहनों को कुछ देर रोककर बच्चों को सड़क पार करवाते है.
विडंबना की परिकाष्ठा तो यह है कि स्कूल की छुट्टी होते वक्त सभी बच्चे एक साथ झूंड में निकलते हैं, तो उन्हें गांव के समाजसेवी व्यक्ति, अभिभावक आदि हाईवे पर खड़े होकर बच्चों को रोड क्रॉस करवा देते है लेकिन सुबह स्कूल जाते वक्त सभी बच्चों का काफी अंतराल में स्कूल पहुंचने के कारण ऐसा करना संभव नहीं हो पाने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
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ऐसा ही नजारा स्कूल की छुट्टी होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर दिलवाडा गांव में देखने को मिला. जहां पर ग्रामीण, अभिभावक और शिक्षकगण हाईवे पर रस्सी लगाकर हाथों में लाल झंडे लेकर वाहनों को रोककर छात्र और छात्राओं को सड़क पार करवाते है.
ग्रामीणों ने कहा कि आवश्यकता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को अंडरपास बनाने की मांग की थी, जिसके चलते जिला कलेक्टर अंशदीप, उपखंड अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता सहित हाईवे के अधिकारियों ने भी जांच की थी. इतना ही नहीं बल्कि सांसद भागीरथ चौधरी विधायक और रामस्वरूप लांबा ने भी मौके पर पहुंचकर हालात देखते हुए आईआरबी के अधिकारियों और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से अंडरपास बनाने की मांग की है.
जहां से आश्वासन मिलने के बावजूद अभी तक इस संदर्भ में कोई भी कार्रवाई नहीं होने के कारण दुर्घटना के अंदेशे को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है.राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर दिलवाड़ा के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को मांगपत्र सौंपा और बताया कि दिलवाड़ा गांव की आबादी सड़क के एक छोर पर बसी हुई है.
वहीं सड़क के दूसरे छोर पर स्कूल सहित विभिन्न सरकारी विभाग के कार्यालय और चरागाह भूमि स्थित है. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अंडरपास की सख्त आवश्यकता है, जिस पर उपखंड अधिकारी गुप्ता ने जानकारी दी कि इस संदर्भ में अंडरपास बनाने के लिए अनुशंसा पत्र राष्ट्रीय राजमार्ग के संबंधित अधिकारियों को भिजवाया जा चुका है.
इस मौके पर पूर्व सरपंच घीसालाल गुर्जर, ठेकेदार समाजसेवी प्रहलाद चौधरी, अशोक वैष्णव, मुकेश चौधरी, अंबालाल, उपसरपंच जीवण, शंकरलाल, राजेंद्र, कालू, रामराज पटेल, ओमप्रकाश, रामप्रसाद, बबलू, छोटू, रामकुमार, हनुमान, लाला, सुरेश आदि मौजूद रहे.
Reporter: Manveer Singh
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