Beawar Crime News:एंटी करप्शन ब्यूरो अजमेर ने ब्यावर वन विभाग के रेंजर व वन रक्षक को 50 हजार रुपये की रिश्वत की राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को एसीबी अजमेर की टीम ने वन विभाग के देलवाडा रोड स्थित कार्यालय पर ही ट्रैप की कार्यवाही को अंजाम दिया. 


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एसीबी एएसपी भागचंद ने बताया कि पाली जिले के सोजत निवासी मोहिताश गुप्ता ने गत 26 मार्च को शिकायत देकर बताया कि ब्यावर वन विभाग रेंज कार्यालय ब्यावर के रेंजर नितिन शर्मा व वन रक्षक नरसिंह रायका द्वारा गत 24 मार्च को इंग्लिश बबूल के कोयले से भरा ट्रक जिसमे 800 बोरी कोयले की भरी थी. जिसकी 6 लाख रुपये कीमत थी. ट्रक में भरे कोयले को मसूदा से भरतपुर सप्लाई के लिए लेजाया जा रहा था. 



कोयले के ट्रक की परिवहन अनुमति भी कटी हुई थी जिसके बावजूद भी रेंजन ने वन विभग के समीप देलवाडा पुलिया पर पकड लिया ओर छोड़ने की एवज में रेंजन नितिन शर्मा ने ढाई लाख रुपये की मांग की. राशि देने की बात पर परिवादी द्वारा सहमति के बाद रेंजर शर्मा ने कुछ जुर्माना राशि लेकर ट्रक को छोड दिया. लेकिन तय की गई राशि के लिये उसे पाबंद किया. जिसके बाद परिवादी द्वारा 1 लाख 85 हजार रुपये की राशि रेंजर नितिन शर्मा को दे दी गई. 


हालांकि एसीबी केवल नकद दिए 85 हजार रुपये की राशि ही स्वीकार कर रहा है जबकि एक लाख रुपये परिवादी के द्वारा ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे. जिसके बाद शेष राशि 65 हजार रुपये के लिए रेंजर शर्मा के द्वारा परेशान किया जाने लगा. 



जिस पर परिवादी के द्वारा दी गई शिकायत पर शुक्रवार को अजमेर एसीबी एएसपी भगवान के नेतृत्व में टीम ने परिवादी मोहिताश्व गुप्ता के द्वारा शेष राशि 50 हजार रुपये देते हुए रेंजर नितिन शर्मा तथा वन रक्षक नरसिंह रायका को वन विभाग के देलवाडा रोड कार्यालय पर ट्रैप की कार्यवाही को अंजाम देते हुए रंगे हाथों पकड लिया. एसीबी ने आरोपित रेंजर नितिन शर्मा तथा वन रक्षक नरसिंह रायका के खिलाफ भ्रष्टाचार  निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर दोनो को गिरफ्तार कर लिया.


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