Beawar News:  राजस्थान के ब्यावर में श्री चांदमल मोदी राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय ब्यावर में शुक्रवार को आयुर्वेद के आदि प्रवर्तक भगवान धन्वन्तरी की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी.


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चिकित्सालय प्रांगण स्थित भगवान धन्वन्तरी के मंदिर में आयोजित समारोह में पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉ. रमाशकर पचौरी तथा डा. शशिकांत गर्ग ने मुख्य अतिथी के रूप में शिरकत की। इस दौरान मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. आशीष सोनी एवं चिकित्सालय स्टाफ द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया.


इस दौरान मुख्ख्खय अतिथि पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉ. रमाशंकर पचौरी ने अपने संबोधन में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को चिकित्सा पद्धति ही नहीं अपितु संम्पूर्ण जीवन का विज्ञान बताया. जिसमें व्यक्ति के आहार-विहार, औषध लेने का समय एवं शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद का महत्व बताया.


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चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी प्रभारी डॉ. आशीष सोनी ने स्वस्थ रहने के लिए आरोग्य का महत्व बताया. इस अवसर पर डॉ. आशीष सोनी ने अपने उद्बोधन में मुख्खय अतिथियों एवं चिकित्सालय स्टाफ का आभार प्रकट किया. कार्यक्रम के दौरान राजेन्द्र गर्ग, डा. पारस चौहान, नंदा सोनी, रघुवीर रघुवंशी, हुकुमसिंह, देवेन्द्र, अनिता, धर्मीचंद, लाड कंवर, आशा बाई, कौशल्या, सुशील मित्तल तथा यूनानी चिकित्सक डा. शोएब अहमद आदि उपस्थित रहे.


धनवंतरी जयंती के मौक पर हिमालय कंपनी की और से चिकित्सालय परिसर में पौधारोपण किया गया. पौधारोपण के दौरान अर्जुन, पत्थरचट्टा, तुलसी, जामुन तथा नीम के पौधे लगाए गए. पौधारोपण के दौरान कंपनी प्रतिनिधी हिमांशु गोस्वामी सहित अन्य उपस्थित थे.


Reporter- Dilip Chauhan