Beawar News: राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के पार्किंग ठेकेदार की दंबगाई तथा मनमर्जी से रोगी तथा परिजन खासे परेशान है. हालात यह है कि रात के 10 बजे बाद पार्किंग पर काम करने वाले लोग रोगी परिजनों के साथ बदतमीजी से पेश आते है और मनमाना पार्किग शुल्क वसूलते हैं.


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ऐसा ही वाकया रविवार रात को शहर के गणेशपुरा निवासी अनिल गुप्ता के साथ घटित हुआ. गुप्ता एकेएच में ही कार्यरत नर्सिंगकर्मी पत्नी को ड्यूटी खत्म होने पर लेने गए थे. इस दौरान पार्किंग पर काम करने वाले लड़के ने एमसीएच विंग की तरफ आगे जाने पर उनको बैरिकेडिंग खींच कर रोकने का प्रयास किया और बाइक की चाबी निकाल ली. इस पर दोनों में विवाद हो गया.


इस दौरान पार्किंग वाले ने गुप्ता के साथ बदतमीजी तक कर डाली. उक्त मामले को लेकर गुप्ता ने सोमवार को एकेएच पीएमओ को एक शिकायत देकर पार्किंग वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पीएमओ को दी गई शिकायत में पीड़ित गुप्ता ने एमसीएच विंग में जाने वाले सार्वजनिक रास्ते पर बैरिकेडिंग किस के आदेश से लगाए गए उसकी भी प्रति मांगी है.


साथ ही पार्किंग के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए शुल्क की जानकारी भी मांगी है.बता दें कि रविवार रात को पार्किंग ठेकेदार के व्यवहार से परेशान कई लोगों ने भी कैमरे के सामने अपने व्यथा बताई है. जानकारी में आया है कि एकेएच पार्किग ठेकेदार अपनी मनमर्जी से वाहनों का शुल्क वसूलता है, जिसका इंद्राज पर्ची तक पर नहीं करता है.


जानकारी मिली है कि रात के समय चौपहिया वाहनों से 60 रुपए तथा दोपहिया वाहनों से 20 रुपए का शुल्क तक वसूला जाता है. खास बात तो यह है कि रात 10 बजे तक पार्किंग पर काम करने वाले वाहन पार्किंग शुल्क लेकर वाहनों को पार्किग में खड़ा कर घर चले जाते है. पीछे से वाहनों की रखवाली करने वाला वहां पर कोई नहीं मिलता है. पीड़ित अनिल गुप्ता ने बताया कि इस बारे में पीएमओ को की गई शिकायत के दौरान उन्होंने शीघ्र ही पार्किंग ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. अगर शीघ्र ही इस और कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है वे आगामी दिनों में इस प्रकरण को लेकर आमरण अनशन पर बैठेंगे.